भारत में भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग स्थित हैं, जिनकी यात्रा करना बहुत ही पवित्र माना जाता है। 12 ज्योतिर्लिंगों में से प्रथम ज्योतिर्लिंग “सोमनाथ मंदिर” है, जो गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में स्थित है। यह भगवान शिव का ऐतिहासिक मंदिर है, जिसे आक्रमणकारियों ने 17 बार लुटा और मंदिर को तोड़ा लेकिन यह हर बार एक नयी सुबह की तरह फिर से बन खड़ा हुआ। इस मंदिर में दर्शन करने से सभी चंद्र दोषो से मुक्ति मिलती है, जिस कारण इस मंदिर में भगवान शिव के दर्शन करना बहुत शुभ माना जाता है।
इस ब्लॉग में हम सोमनाथ मंदिर की यात्रा से सम्बंधित सभी जानकारियों को आपके साथ साझा करेंगे जैसे- मंदिर कहाँ स्थित है? मंदिर की टाइमिंग, मंदिर में होने वाला लाइट एंड साउंड शो, मंदिर कैसे पहुंचे? सोमनाथ में कहाँ रुकें? आदि। तो ब्लॉग को अंत तक जरूर पढ़े और यदि आप पहले इस मंदिर की यात्रा कर चुकें हैं तो अपने फोटो हमारे साथ साझा करें…
सोमनाथ मंदिर कहाँ स्थित है?
सोमनाथ मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से प्रथम ज्योतिर्लिंग है, जो भारत के गुजरात राज्य में स्थित है। यह मंदिर गुजरात के सौराष्ट्र में वेरावल बंदरगाह में स्थित है। यह मंदिर गुजरात के अहमदाबाद शहर से 408 किलोमीटर और द्वारका से 237 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
- पता:- सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट निकट वेरावल प्रभास पतन गुजरात, 362268
सोमनाथ मंदिर का इतिहास
सोमनाथ भारत में स्थित एक ऐसा मंदिर है, जो पुराने समय में सबसे आमिर मंदिरो में से एक माना जाता था। यह मंदिर इतना वैभवशाली और समृद्ध था कि इस मंदिर को आक्रमणकारियों ने 17 बार लुटा और मंदिर को नष्ट किया।
यदि इस मंदिर के इतिहास की बात की जाए तो सबसे पहले इस मंदिर का उल्लेख हिन्दू धर्म के ऋग्वेद ग्रन्थ में मिलता है और ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर को सर्वप्रथम “सोम यानि चन्द्रमा” ने बनवाया था। किवदंतियों अनुसार ऐसा माना जाता है कि चन्द्रमा का विवाह राजा दक्ष की 27 पुत्रियों के साथ हुआ था, लेकिन चन्द्रमा को उनकी बड़ी पुत्री रोहिणी से सबसे ज्यादा लगाव था, जिस कारण चन्द्रमा की बाकि पत्नियां उनसे काफी नाराज़ रहती थी।
जब राजा दक्ष को इस बारे में पता चलता है तो वो चन्द्रमा को समझते हैं लेकिन जब चन्द्रमा उनकी बात को अनसुना कर देते हैं तब राजा दक्ष चन्द्रमा को कुपित होने का श्राप दे देते हैं, जिससे हल्के-हल्के चन्द्रमा की रौशनी जाने लगती है। चन्द्रमा श्राप से मुक्ति पाने के लिए सोमनाथ में भगवान शिव की बहुत गहरी तपस्या करते हैं, जिससे प्रसन्न होकर भगवान शिव उन्हें दर्शन देते हैं और उन्हें दक्ष जी के श्राप से मुक्ति प्रदान करते हैं। चन्द्रमा जी को सोम भी कहते हैं, जिस वजह से इस मंदिर को “सोमनाथ मंदिर” और प्रथम ज्योतिर्लिंग भी कहा जाता है।
इस मंदिर के बनने के बाद अनेको बार इसे महमूद गजनवी, औरंगजेब आदि द्वारा तोड़ा और लुटा गया लेकिन हर बार एक नयी ऊर्जा और नयी सुबह की तरह यह मंदिर वापस बन खड़ा हुआ। यदि इस मंदिर के वर्तमान स्वरुप की बात की जाये तो इसकी आधारशिला सौराष्ट के राजा दिग्विजय सिंह ने 1950 में रखी थी, जिसके बाद 1 दिसंबर 1951 में देश के प्रथम राष्टपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने इसका उद्धघाटन किया। जिसके बाद से यह मंदिर अपने वर्तमान स्वरुप में खड़ा है।
सोमनाथ मंदिर की टाइमिंग
यदि इस मंदिर के खुलने की टाइमिंग के बारे में बात कि जाए तो यह सुबह 6 बजे भक्तो के लिए खुल जाता है और रात 10 बजे तक भक्तो के लिए खुला रहता है।
- टाइमिंग:- 6:00AM से 10:00PM
मंदिर में होने वाली आरती की टाइमिंग
यह मंदिर सुबह 6 बजे भक्तो के लिए खोल दिया जाता है, जिसके साथ ही मंदिर में आरती भी शुरू हो जाती है। इस मंदिर में तीन समय आरती की जाती है, जिसका समय हम नीचे बता रहे हैं…
- आरती टाइमिंग:- सुबह- 7:00 बजे, दोपहर- 12:00 बजे और शाम- 7:00 बजे
सोमनाथ मंदिर में होने वाला लाइट एंड साउंड शो टाइमिंग
सोमनाथ मंदिर में शाम के समय में, एक लाइट एंड साउंड शो का आयोजन होता है, जिसमें इस मंदिर के इतिहास के बारे में बताया जाता है, कि कब-कब इस मंदिर पर आक्रमण हुआ और कब-कब इस मंदिर का पुनर्निर्माण हुआ। यह लाइट एंड साउंड शो बहुत ही आकर्षक और रोचक होता है, जिसे आपको जरूर देखना चाहिए। इस शो का टिकट आपको मंदिर के अंदर बने काउंटर से मिल जायेगा, इसके अलावा आप शो से लगभग आधे घंटे पहले ही शो का टिकट लेंले। मंदिर की टाइमिंग और टिकट की जानकारी नीचे दी गयी है…
- टिकट प्राइस- 30 रुपये प्रति व्यक्ति
- लाइट एंड साउंड शो टाइमिंग- 7:45PM से 8:15PM और 8:30PM से 9:15PM
सोमनाथ मंदिर आवास विकल्प (Accommodation option)
यदि सोमनाथ मंदिर की यात्रा की बात की जाए तो मंदिर में दर्शन करने और पूरे सोमनाथ में घूमने में आपको केवल 1 दिन की आवश्यकता होगी लेकिन यदि आप किसी और राज्य से आ रहे हैं या फिर काफी दूर से आ रहे हैं और आप एक या दो दिन सोमनाथ में रुकना चाहते हैं तो आपको यहाँ पर रुकने और आवास के काफी विकल्प मिल जायेंगे। सोमनाथ में बहुत से होटल हैं, जहाँ पर आपको सीजन के अनुसार 1000 से 1500 रुपये में रूम मिल जायेगा, इसके अलावा यहाँ पर डारमेट्री और धर्मशाला की सुविधा मौजूद है, जो बजट यात्रियों के लिए सबसे अच्छा ऑप्शन होता है।
सोमनाथ मंदिर को सोमनाथ ट्रस्ट द्वारा चलाया जाता है और यह ट्रस्ट सोमनाथ मंदिर के पास में कुछ VIP गेस्ट हाउस, सामान्य गेस्ट हाउस और डारमेट्री का संचालन करता है। यदि आप सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट द्वारा चलाये जाने वाले होटल्स में रुकना चाहते हैं तो आप इन्हे ऑनलाइन और ऑफलाइन बुक कर सकते हैं लेकिन रूम्स को ऑनलाइन बुक करना काफी अच्छा रहता है क्योंकि अधिकतर समय इनके रूम भरे हुए रहते हैं। आप सोमनाथ मंदिर की ऑफिसियल वेबसाइट (https://somnath.org/guesthouse/guesthouse-booking-new/) पर जाकर ऑनलाइन रूम बुक कर सकते हैं। नीचे हम ट्रस्ट द्वारा चलाये जाने वाले होटल और डारमेट्री के रूम और प्राइस के बारे में बता रहे हैं…
सागर दर्शन अतिथि गृह:- इसमें आपको AC, प्रीमियम, Suite , और सुपर डीलक्स रूम मिल जाएंगे, जिनकी रेंज 3000 रुपये से लेकर 4200 रुपये तक होती है। इसमें आपको ऑडिटोरियम, फ्री wifi, रेस्टोरेंट आदि की सुविधा मिल जाती है। नीचे दिए गए नंबर से आप संपर्क कर सकते हैं।
- कांटेक्ट नंबर:- +91, 7069070704
लीलावती अतिथि भवन:- इसमें आपको 2 Bed AC , 3 Bed AC , 4 Bed AC और Suite जैसे रूम मिल जायेंगे। इन रूम का रेंज 1300 रुपये से लेकर 2000 रुपये तक होता है।
- कांटेक्ट नंबर:- +91, 9428214914
माहेश्वरी अतिथि भवन:- इसमें भी आपको लीलावती अतिथि भवन जैसे ही रूम मिल जायेंगे।
- कांटेक्ट नंबर:- +91, 7069070704
डारमेट्री:- इसमें आपको AC और Non-AC डारमेट्री रूम मिल जायेंगे, जिनका प्राइस 400 से 200 रुपये की रेंज के बीच में होता है।
- कांटेक्ट नंबर:- 6357571008, 9428214810
सोमनाथ मंदिर आने का सबसे अच्छा समय
सोमनाथ मंदिर भारत के पश्चिम छोर पर स्थित है, जहाँ साल में काफी गर्मी पड़ती है। इसी वजह से यदि सोमनाथ मंदिर आने के सबसे अच्छे या आइडियल समय की बात की जाए तो वो “अक्टूबर से फरवरी” के बीच को होता है। यदि सोमनाथ मंदिर आने के सबसे पीक सीजन की बात की जाए तो सावन और महाशिवरात्रि के दौरान इस मंदिर में भक्तो की भीड़ लगी रहती है क्योंकि सावन और शिवरात्रि भगवान शिव का प्रमुख त्यौहार और महीना होता है।
सोमनाथ मंदिर में प्रतिबंधित वस्तुएं
इस मंदिर में एंट्री करते समय आपको इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए की मंदिर में बहुत सी चीजों का प्रवेश वर्जित है, जिन्हे लेकर आप मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकते हैं, जिनके बारे में हम नीचे बता रहे हैं…
- कैमरा, मोबाइल, कोई भी चार्जर, हैंडीकैम, बैटरी, इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं और लगेज आदि।
सोमनाथ मंदिर कैसे पहुंचे?
सोमनाथ मंदिर भारत के गुजरात राज्य के सौराष्ट क्षेत्र के वेरावल में स्थित है। जो सड़कमार्ग, रेलमार्ग और हवाईमार्ग तीनो तरह से बहुत ही अच्छे से जुड़ा हुआ है। नीचे हम विस्तार से सोमनाथ मंदिर तक आप कैसे पहुंच सकते हैं उसके बारे में बता रहे हैं…
सड़कमार्ग द्वारा कैसे पहुंचे?
सोमनाथ गुजरात और देश के लगभग सभी बड़े शहरों से सड़कमार्ग द्वारा अच्छे से जुड़ा हुआ है। गुजरात के राजकोट और अहमदाबाद जैसे शहरों से प्रति दिन निरंतर तौर पर बस सेवा उपलब्ध रहती है, जिसके द्वारा आप सोमनाथ तक पहुंच सकते हैं।
रेलमार्ग द्वारा कैसे पहुंचे?
सोमनाथ पहुंचने का सबसे अच्छा साधन रेलमार्ग है, जो काफी सस्ता और आसान रहता है। सोमनाथ मंदिर के सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन सोमनाथ रेलवे स्टेशन और वेरावल रेलवे स्टेशन है। वेरावल रेलवे स्टेशन देश के कई बड़े रेलवे स्टेशन से जुड़ा हुआ है, जिससे आप आसानी से वेरावल तक पहुंच सकते हैं। वेरावल से सोमनाथ मंदिर की दूरी मात्र 6 से 7 किलोमीटर रह जाती है, जिसे आप बस या लोकल ऑटो द्वारा पूरा कर सकते हैं।
हवाईमार्ग द्वारा कैसे पहुंचे?
यदि आप फ्लाइट द्वारा सोमनाथ मंदिर तक पहुंचना चाहते हैं तो सोमनाथ के सबसे निकटतम एयरपोर्ट दिउ एयरपोर्ट और राजकोट एयरपोर्ट है। रोजकोट एयरपोर्ट सोमनाथ से लगभग 200 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और आप राजकोट से ट्रेन या बस द्वारा सोमनाथ मंदिर की बाकि दूरी पूरी कर सकते हैं।
सोमनाथ मंदिर के आस-पास के आकर्षण
सोमनाथ मंदिर के आस-पास बहुत से प्रमुख मंदिर हैं, जिनमें आप विजिट कर सकते हैं…
ओल्ड सोमनाथ मंदिर:- सोमनाथ मंदिर के पास ही पुराना सोमनाथ मंदिर स्थित है और ऐसा माना जाता है कि ओल्ड सोमनाथ मंदिर में दर्शन किये बिना सोमनाथ मंदिर की यात्रा पूरी नहीं मानी जाती है।
बाण गंगा:- सोमनाथ में बाण गंगा नामक एक बहुत ही पवित्र स्थान है, जहाँ पर एक भगवान शिव की विशाल शिवलिंग स्थापित है, जो समुद्र में हाई टाइड आने पर समुद्र में समा जाती है। इस शिवलिंग के दर्शन अधिकतर “अक्टूबर से फरवरी” के बीच ही होते हैं बाकि समय यह पानी में समायी रहती है।
सोमनाथ बीच:- सोमनाथ मंदिर समुद्र तट के पास स्थित है। मंदिर के पीछे साइड में बना बीच शाम के समय में सूर्योस्त देखने के लिए बेहद ख़ास माना जाता है। सोमनाथ बीच पर जाने के लिए आपको 5 रुपये का टिकट लेना होता है उसके बाद ही आप बीच/समुद्र तट पर एंट्री कर सकते हैं। बीच पर बहुत सी एक्टिविटी की जाती हैं, जिनमें आप शामिल हो सकते हैं।
- टिकट:- 5 रुपये
- टाइमिंग:- सुबह 6 बजे से शाम 7 बजे तक
सोमनाथ अन्नछत्र:- यदि आप निशुल्क भोजन ग्रहण करना चाहते हैं तो आप सोमनाथ अन्नछत्र आ सकते हैं, जहाँ पर आपको निशुल्क भोजन की सुविधा मिलती है। जिसका समय सुबह 11 बजे से 3 बजे तक और फिर 7 बजे से रात 11 बजे तक होता है।
इसके अलावा भी सोमनाथ में बहुत सी जगहें हैं जिन्हे आप एक्स्प्लोर कर सकते हैं जैसे:- गीता मंदिर, श्री राम मंदिर, परशुराम मंदिर, भालका तीर्थ आदि।
सोमनाथ लोकल परिवहन
सोमनाथ में घूमने के लिए आपको एक दिन ही काफी है। सोमनाथ मंदिर और सोमनाथ ओल्ड मंदिर में दर्शन करने के बाद आप सोमनाथ में स्थित और भी बहुत सी खूबसूरत जगहों पर घूमने के लिए जा सकते हैं। जिसमें आपकी सहायता यहाँ का लोकल परिवहन करता है, जिसमें ऑटो, टैक्सी और बस शामिल है।
सोमनाथ मंदिर के पास में हर रोज एक बस सेवा उपलब्ध रहती है, जो आपको मात्र 30 रुपये में सोमनाथ की बेस्ट प्लेसेस- बाण गंगा, गीता मंदिर, श्री राम मंदिर, परशुराम मंदिर और भालका तीर्थ तक घुमा देती है। इसके अलावा आप 500 रुपये देकर एक ऑटो बुक कर सकते हैं, जो आपको सोमनाथ के लगभग सभी जगहों पर घुमा देगा।