आपने ओडिशा के पूरी में स्थित जगन्नाथ मंदिर के बारे में सुना होगा, जो भारत में स्थित पवित्र चार धामों में से एक है। इस मंदिर में भगवान जगन्नाथ के साथ भगवान बलभद्र और सुभद्रा जी की पूजा की जाती है। मगर हम इस ब्लॉग में जिस “जगन्नाथ धाम दीघा” की यात्रा से जुड़ी जानकारी देने जा रहे हैं, वह “पश्चिम बंगाल” में स्थित है। यह जगन्नाथ धाम समुद्र तट के पास स्थित है, जो मंदिर के पास शांति और आध्यात्मिक वातावरण का एहसास दिलाता है।
इस ब्लॉग में हम जगन्नाथ धाम दीघा से जुड़ी सभी जानकारियों को आपसे साझा करेंगे जैसे- जगन्नाथ धाम दीघा कैसे पहुंचे? जगन्नाथ धाम दीघा कहाँ स्थित है? धाम की टाइमिंग क्या है? धाम का इतिहास? जगन्नाथ धाम में कहाँ रुके? आदि। तो ब्लॉग को अंत तक जरूर पढ़े और यदि जानकारी अच्छी लगे तो कमेंट के माध्यम से बताएं…
जगन्नाथ धाम दीघा कहाँ स्थित है?
जगन्नाथ धाम दीघा पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले के दीघा में स्थित है। यह धाम नये दीघा में समुद्र तट के पास स्थित है जिसे 24 एकड़ में बनाया गया है। इस मंदिर को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री श्री ममता बनर्जी की सरकार द्वारा बनवाया गया है। इस मंदिर का उद्घाटन 30 अप्रैल 2025 को अक्षय तृतीय के दिन श्री ममता बनर्जी द्वारा किया गया। आप मंदिर में भगवान श्री जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और सुभद्रा जी के दर्शन कर सकते हैं।
जगन्नाथ धाम दीघा का इतिहास
जब भी हमारे सामने जगन्नाथ धाम की बात आती है तो सबसे पहले हमारे मन में ओडिशा के पूरी मंदिर का दृश्य चलने लगता है। पश्चिम बंगाल के दीघा में बनाया गया जगन्नाथ धाम पूरी में स्थित जगन्नाथ धाम की प्रतिकृति है। दीघा में बनाया गया जगन्नाथ धाम को एक दम हूबहू पूरी के जगन्नाथ की तरह ही बनाया गया है और इस मंदिर में भी भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा जी, देवी महालक्ष्मी जी के साथ विराजमान हैं।
इस मंदिर को बनाने का संकल्प पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री श्री ममता बनर्जी ने लिया था। उन्होंने इस मंदिर का प्रस्ताव 2018 में रखा था और इस मंदिर का निर्माण 2019 में शुरू होना था लेकिन कोरोना के वजह से मंदिर के निर्माण का काम शुरू नहीं हो पाया। जिसके बाद 2022 में मंदिर के निर्माण का काम शुरू हुआ और अब 2025 में मंदिर बनकर तैयार हो गया है और मंदिर का उद्धघाटन 30 अप्रैल 2025 को ममता बनर्जी द्वारा किया गया। यह मंदिर 24 एकड़ में फैला हुआ है और समुद्र तट के पास ही स्थित है।
जगन्नाथ धाम दीघा मंदिर का ओवरव्यू
यह भव्य मंदिर पश्चिम बंगाल के दीघा में समुद्रतट से लगभग कुछ दूरी पर स्थित है। इस मंदिर को पहले पुराने जगन्नाथ मंदिर के पास बनाया जाना था लेकिन पर्यावरण प्रतिबन्ध के कारण इस मंदिर को दीघा रेलवे स्टेशन के पास स्थित 24 एकड़ जमीन पर बनाया गया है। यह जमीन दीघा शंकरपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी द्वारा प्रोवाइड की गयी है।
यह मंदिर 12 वीं सदी के पूरी में स्थित जगन्नाथ मंदिर का प्रतिकृति है। इस मंदिर को चार भागो में विभाजित किया गया है, जिसमें भोग मंडप, नाटमन्दिर, जगमोहन, गर्भगृह शामिल है। मंदिर की ऊंचाई 213 फ़ीट है और मंदिर प्रागण में प्रवेश करने के 4 द्वार बनाये गए हैं, जिसमें अश्वद्वार, हस्तिद्वार, व्याघ्रद्वार और सिंहद्वार शामिल है। मंदिर में आप भगवान जगन्नाथ के साथ भगवान बलभद्र और माता सुभद्रा के दर्शन कर सकते हैं।
मंदिर को राजस्थान से लाये गए गुलाबी पत्थरो से बनाया गया है, जिसमें वास्तुशिल्पकला की बहुत ही सुन्दर कारीगरी की गयी है। मंदिर की दीवारों पर पूरी के जगन्नाथ मंदिर की तरह ही सुन्दर और जटिल नक्काशी की गयी है। इसके साथ मंदिर के बाहर एक पार्क बना है और उसके आस पास बैठने की व्यवस्था की गयी है।
जगन्नाथ धाम दीघा की टाइमिंग
यदि जगन्नाथ धाम दीघा मंदिर की टाइमिंग की बात की जाए तो यह मंदिर सुबह 5 बजे से भक्तो के लिए खोल दिया जाता है और सबसे पहले सुबह मंगला आरती होती है, जिसके साथ ही भक्त मंदिर में दर्शन करने के लिए प्रवेश कर सकते हैं। यह मंदिर सुबह 5 बजे से रात 9 बजे तक खुला रहता है और इस बीच में दोपहर में 1 से 2 घंटे के लिए मंदिर के कपाट बंद किये जाते हैं और पुनः शाम में मंदिर के कपाट भक्तो के लिए खोल दिए जाते हैं।
- जगन्नाथ धाम दीघा टेम्पल टाइमिंग:- सुबह 5 बजे से दोपहर 12:30 बजे और शाम 3 बजे से रात 9 बजे तक
जगन्नाथ धाम दीघा जाने का सबसे अच्छा समय
यह मंदिर पश्चिम बंगाल के दीघा में समुद्र तट के पास स्थित है। जिस कारण इस मंदिर में विजिट करने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच का होता है। जून में गर्मी काफी पड़ती है और जुलाई से सितम्बर के बीच के महीने मानसून के होते हैं, जिस कारण आपको इन महीनो में यहाँ आने से बचना चाहिए।
इसके साथ ही जगन्नाथ धाम में पूरी के जगन्नाथ मंदिर की तरह ही हर साल जगन्नाथ रथ यात्रा का आयोजन किया जायेगा और 2025 में यह रथ यात्रा जून के महीने में आयोजित की जाएगी, लेकिन कोई निश्चित तिथि अभी चुनी नहीं गयी है। तो आप दीघा जगन्नाथ धाम की यात्रा जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान भी कर सकते हैं।
अक्टूबर से मार्च
किसी भी समुद्रतटीय क्षेत्र में विजिट करने के लिए ये महीने सबसे आदर्श होते हैं। अक्टूबर के बाद से मौसम काफी साफ और सुहावना होने लगता है, जो घूमने के नजरिये से सबसे अच्छा होता है। ये महीने ज्यादा गर्म भी नहीं होते हैं और मंदिर के साथ-साथ यहाँ के समुद्र तटों पर घूमने के लिए काफी अच्छे होते हैं।
अप्रैल से सितम्बर
मार्च के बाद काफी गर्मी पड़ने लगती है, जिस कारण आपको यहाँ पर काफी परेशानी हो सकती है। इसके साथ ही जुलाई से मानसून सीजन शुरू हो जाता है और समुद्रीय क्षेत्र होने के कारण हाई टाइड का खतरा बना रहता है। इस कारण आपको अप्रैल से सितम्बर के बीच में दीघा आने से बचना चाहिए। इसके अलावा यदि आप इन महीनो में जगन्नाथ मंदिर में विजिट करना चाहते हैं तो आप पहले यहाँ के मौसम के बारे में जरूर अपडेट लेंले।
जगन्नाथ धाम दीघा के आस-पास के दर्शनीय स्थल
आप जब दीघा में जगन्नाथ धाम की यात्रा पर आएं तो जगन्नाथ धाम के अलावा दीघा की कुछ और टूरिस्ट प्लेसेस पर आप जा सकते हैं। जो धाम के आस-पास ही स्थित हैं। नीचे हम उनके बारे में बता रहे हैं…
जगन्नाथ बीच/जगन्नाथ घाट
दीघा में जगन्नाथ धाम के साथ ही इसके पास जगन्नाथ समुद्र तट बनाया गया है, जिन्हे घाटो का रूप दिया गया है। जिस कारण कुछ लोग इन्हे “जगन्नाथ घाट” और कुछ “जगन्नाथ बीच” के नाम से भी पुकारते हैं। जगन्नाथ बीच जगन्नाथ मंदिर से मात्र 500 मीटर की पैदल दूरी पर स्थित है। आप इस घाट/बीच तक सिंहद्वार वाले मुख्य रोड से बायीं और मुड़कर आसानी से पैदल ही पहुंच सकते हैं।
बीच/समुद्र तट
आप जगन्नाथ धाम में दर्शन करने के पश्चात ही दीघा के प्रसिद्ध बीचो पर घूमने के लिए जा सकते हैं। दीघा में बहुत से खूबसूरत बीच हैं जैसे- पुराना दीघा बीच, उदयपुर बीच, शंकरपुर बीच, और टेलसेरी बीच आदि, जो सनसेट व्यू के लिए काफी फेमस हैं। आप इन बीचो पर वाटर एक्टिविटीज का आनंद भी ले सकते हैं, इसके अलावा यहाँ कैफेस और रेस्टोरेंट बने हुए हैं, जहाँ आप दीघा का लोकल फूड और सी फूड एन्जॉय कर सकते हो।
अमराबती पार्क
यदि आप फैमिली के साथ जगन्नाथ धाम दीघा की यात्रा कर रहे हैं तो आपको नये दीघा बीच के पास स्थित “अमराबती पार्क” में जरूर विजिट करना चाहिए।। इस पार्क में बच्चो के साथ-साथ बड़े भी एन्जॉय कर सकते हैं। पार्क में आप बोटिंग कर सकते हैं, पार्क में बनी रोप-वे का आनंद उठा सकते हैं। पार्क खुलने की टाइमिंग सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक की है। पार्क में एंट्री फीस 5 रुपये है और बोटिंग का चार्ज 60 रुपये प्रति व्यक्ति है। इसके अलावा रोपवे का चार्ज 50 रुपये एडल्ट्स के लिए और 30 रुपये बच्चो के लिए है।
इन जगहों के अलावा भी दीघा और इसके आस-पास में बहुत सी आकर्षक जगहें हैं, जहाँ आपको जरूर विजिट करना चाहिए। इनमें साइंस सेंटर, मरीन एक्वेरियम & रिसर्च सेंटर, दीघा मार्केट, चंदनेश्वर मंदिर आदि।
जगन्नाथ धाम दीघा में कहाँ रुके?
जगन्नाथ धाम के आस-पास तो ज्यादा होटल या गेस्ट हाउस नहीं मिलेंगे लेकिन आपको नये दीघा बीच और रेलवे स्टेशन से थोड़ा आगे बढ़कर बहुत से बजट और लक्ज़री होटल्स देखने को मिल जायेंगे। यहाँ पर आपको बजट होटल 500 रुपये से लेकर 1500 रुपये तक के बीच में मिल जायेंगे। यदि मिड रेंज होटल्स की बात की जाए तो ये 1500 से 3000 रुपये के बीच में मिल जायेंगे। इसके अलावा यदि आप लक्ज़री होटल्स चाहते हैं तो आपको 3000 से 7000 रुपये के बीच में मिल जायेंगे।
यदि आप दीघा में वाटर एक्टिविटीज और घूमना चाहते हैं तो आप इन होटल्स का पैकेज भी ले सकते हैं। जो आपको काफी किफायती और अच्छा रहेगा। नीचे हम कुछ होटल के बारे में बता रहे हैं…
बजट होटल
- Hotel Greenland Inn, New Digha
- Snehamaya Spa & Resort
- Hotel Dolphin
मिड-रेंज होटल
- Hotel Coral Digha
- Le Roi Digha
- Hotel Sea Sand
लक्ज़री/प्रीमियम होटल्स
- Cygnett Inn Sea View
- The Palm Resort
- Hotel Shantiniketan
जगन्नाथ धाम दीघा तक कैसे पहुंचे?
जगन्नाथ धाम, पश्चिम बंगाल के दीघा में स्थित है। यहाँ तक आप कोलकाता से सीधे बस, ट्रेन और फ्लाइट द्वारा पहुंच सकते हैं। नीचे हम दीघा तक कैसे पहुंच सकते हैं, उसके बारे में बता रहे हैं…
सड़कमार्ग द्वारा कैसे पहुंचे?
यदि आप सड़कमार्ग द्वारा दीघा पहुंचना चाहते हैं तो आपको पश्चिम बंगाल के कई शहरों से सीधे दीघा के लिए बस मिल जाएगी। यदि आप पश्चिम बंगाल के अलावा किसी और राज्य से यहाँ आना चाहते हैं तो आप सबसे पहले कोलकाता पहुंचे। कोलकाता से आपको नियमित अंतराल पर दीघा के लिए बस मिल जाएँगी। इसके अलावा आप कोलकाता से कैब या प्राइवेट टैक्सी बुक करके भी दीघा तक पहुंच सकते हैं।
रेलमार्ग द्वारा कैसे पहुंचे?
यदि आपके शहर से दीघा की दूरी काफी ज्यादा है और आप आरामदायक सफर तय करना चाहते है तो आप रेलमार्ग की सहायता ले सकते हैं। जगन्नाथ मंदिर के सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन दीघा रेलवे स्टेशन है, जो जगन्नाथ धाम से मात्र 1 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। पश्चिम बंगाल के सभी बड़े रेलवे स्टेशनो से दीघा के लिए ट्रेने उपलब्ध रहती हैं। इसके अलावा यदि आपके शहर से दीघा के लिए डायरेक्ट ट्रेन नहीं है तो आप पहले कोलकाता आ सकते हैं और उसके बाद कोलकाता से दीघा के लिए ट्रेन ले सकते हैं।
हवाईमार्ग द्वारा कैसे पहुंचे?
दीघा में कोई भी एयरपोर्ट मौजूद नहीं है। दीघा के सबसे निकटतम एयरपोर्ट नेताजी सुभास चंद्र बोस अन्तर्राष्टीय एयरपोर्ट है। यह जगन्नाथ धाम दीघा से लगभग 205 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। कोलकाता से दीघा तक की बाकि दूरी आप ट्रेन, बस और टैक्सी द्वारा पूरी कर सकते हैं।
ट्रेवल टिप्स
- आप जब भी जगन्नाथ धाम में विजिट करें तो अपने साथ सनस्क्रीन, सन-कैप, सनग्लास आदि वस्तुए जरूर रखें।
- आप जगन्नाथ धाम मानसून सीजन में जाने से अवॉयड (avoide) करें।
- यदि आप ट्रेन द्वारा दीघा आते हैं तो आप पैदल ही मंदिर तक पहुंच सकते हैं ऑटो करने की कोई जरुरत नहीं होगी इसलिए वहां के लोकल ऑटो वालो से थोड़ा सतर्क रहें।
- आप दीघा में होटल ऑनलाइन ही बुक करें और अगर आप ऑफलाइन होटल बुक करते हैं तो पहले सही तरह से जानकारी लेंले।
- आप होटल न्यू दीघा में ही लें यह मंदिर के पास है और काफी अच्छे होटल्स आपको मिल जायेंगे।