लंढौर हिल स्टेशन टूर गाइड | बेस्ट प्लेसेस, सबसे अच्छा समय, कैसे पहुंचे? बेस्ट होटल्स, आदि

पहाड़ो की रानी कहे जाने वाले शहर “मसूरी” के पास एक बहुत ही खूबसूरत हिल स्टेशन स्थित है, जो “लंढौर हिल स्टेशन” के नाम से जाना जाता है। मसूरी से मात्र 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित, यह हिल स्टेशन एक सैनिक छावनी है, जो अपनी खूबसूरती और यहाँ से दिखने वाले हिमालयन रेंज के पहाड़ो की लिए जाना जाता है। लंढौर चारो ओर से बड़े-बड़े पाइन के पेड़ो से घिरा हुआ है, जिसके रास्ते इन पेड़ो की वजह से अत्यधिक खूबसूरत नज़र आते हैं।

इस ब्लॉग में हम लंढौर हिल स्टेशन की ट्रिप से सम्बंधित सभी जानकारियों को आपके साथ साझा करेंगे जैसे- लंढौर की बेस्ट प्लेसेस, लंढौर आने का सबसे अच्छा समय, लंढौर कैसे पहुंचे? ट्रिप के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें आदि। तो ब्लॉग को अंत तक जरूर पढ़े और यदि आप लंढौर के बारे में कुछ इंट्रेस्टिंग बातें जानते हैं तो कमेंट के माध्यम से हमे जरूर बताएं…

लंढौर हिल स्टेशन कहाँ स्थित है?

लंढौर उत्तराखंड का एक बहुत ही खूबसूरत और शांत हिल स्टेशन है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और पुराने जमाने की थीम पर बनाये गए कैफ़े, बेकहाउस के लिए जाना जाता है। यह मसूरी से मात्र 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहाँ तक आप मसूरी से बाइक या स्कूटी रेंट पर लेकर या फिर प्राइवेट गाड़ी बुक करके आसानी से पहुंच सकते हैं। यह खूबसूरत हिल स्टेशन उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से 35 किलोमीटर, ऋषिकेश से 73 किलोमीटर और हरिद्वार से 86 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

लंढौर में घूमने की बेस्ट प्लेसेस

लंढौर मसूरी के पास स्थित एक छोटा सा टाउन है, जो सबसे ज्यादा लाल टिब्बा व्यू पॉइंट और 90′ की रेसिपी द्वारा निर्मित पेस्टी और पैनकेक लिए जाना जाता है। लंढौर में आप ब्रिटिश ज़माने के ओल्ड कैफेस को देख सकते हैं, जो मसूरी और हिमालयन रेंज के सुन्दर पहाड़ो के व्यू के साथ आपको नास्ता परोसते हैं। नीचे हम लंढौर की बेस्ट प्लेसेस के बारे में बता रहे हैं, जहाँ आप विजिट कर सकते हैं…

चार दूकान (Char Dukaan)

लंढौर हिल स्टेशन का नाम आते ही सबसे पहले लोगो को यहाँ की चार दूकान याद आती हैं, जो लगभग 100 साल से ज्यादा पुरानी हैं। इन शॉप्स को 1910 में बनवाया गया था और तब सिर्फ यहाँ पर चार दूकान ही थी लेकिन अब वर्तमान समय में यहाँ पर बहुत से कैफ़े और दुकाने खुल गयी हैं। चार दूकान सबसे ज्यादा अदरक वाली चाय और पैनकेक लिए जानी जाती हैं और इन दुकानों में शाम के समय में नास्ता करना और सूर्योस्त देखना काफी दिलचस्प होता है। चार दूकान, लंढौर क्लॉक टावर से मात्र 1.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

  • टाइमिंग:- सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक
  • फेमस:- पैन केक, चाय और मैग्गी

लाल तिब्बा (Lal Tibba)

लाल तिब्बा एक व्यू पॉइंट है, जहाँ से हिमालयन रेंज के सुन्दर पहाड़ दिखाई देते हैं। लाल तिब्बा पर बना लाल तिब्बा बाइनोकुलर कैफ़े सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र रहता है। इस कैफ़े में एक बाइनोकुलर लगाया गया है जिससे आप हिमालयन रेंज के बर्फ से ढके पहाड़ो को देख सकते हैं। इस कैफ़े में जाने के लिए आपको 50 रुपये एंट्री चार्ज देना होता है। आप कैफ़े में नास्ता कर सकते हैं, इसके साथ ही खूबसूरत फोटो क्लिक कर सकते हैं। लाल तिब्बा रोड पर आप हॉर्स राइडिंग कर सकते हैं, जो काफी दिलचस्प अनुभव होता है।

  • टाइमिंग:- लाल तिब्बा विजिट करने का सबसे अच्छा समय सुबह और शाम का होता है।
  • एक्टिविटी:- हॉर्स राइडिंग, बाइनोकुलर द्वारा हिमालयन रेंज के पहाड़ देखना
  • बाइक पार्किंग चार्ज:- 40 रुपये

सिस्टर बाजार (Sister Bazar)

यह लंढौर की सबसे फेमस मार्केट है, जहाँ आप लंढौर का सबसे फेमस बेक हाउस देख सकते हैं। यह पूरी मार्केट काफी सुन्दर है, जिसमें ओल्ड थीम के बने हुए कैफ़े इसकी सुंदरता में चार-चाँद लगा देते हैं। इस मार्केट में आप पैदल घूमे और यहाँ की वातावरण को महसूस करें। इस मार्केट में आपको हैंडमेड प्रोडक्ट और बहुत सी आकर्षक गिफ्ट्स शॉप्स देखने के लिए मिल जाएँगी, जिन्हे आप आपने परिवारों के लिए खरीद सकते हैं।

  • टाइमिंग:- सुबह 9 बजे से शाम 9 बजे तक
  • फेमस:- ओल्ड थीम कैफ़े, गिफ्ट्स शॉप्स

लंढौर बेकहाउस (Landour Bakehouse)

लंढौर बेक हाउस लंढौर के साथ-साथ मसूरी की भी सबसे फेमस बैकरी है। यहाँ आप 1890 की रेसिपी द्वारा निर्मित पैनकेक, पेस्टी और सैंडबिच आदि प्रोडक्ट को लंढौर के खूबसूरत व्यू के साथ टेस्ट कर सकते हैं। यह बेक हाउस लंढौर की सिस्टर मार्केट में स्थित है, जहाँ सीजनल समय में सबसे अधिक पर्यटक आना पसंद करते हैं। यहाँ आप पैनकेक और पेस्टी के अलावा बहुत से अन्य तरह के फ़ूड टेस्ट कर सकते हैं। तो लंढौर की ट्रिप के दौरान एक बार जरूर इस बेक हाउस में विजिट करें।

  • टाइमिंग:- सुबह 9 बजे से शाम 7:30 बजे तक
  • फेमस:- पैनकेक, पेस्टी और सैंडबिच के लिए

सैंट पॉल चर्च (St. Paul Church)

यह खूबसूरत चर्च अपनी कलाकृति और बनावट के लिए जाना जाता है, जिसे 1839 में बनवाया गया था। यह चर्च प्रकृति के बीच बना हुआ शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। सर्दियों में बर्फवारी के समय में यह काफी खूबसूरत और आकर्षक नजर आता है। चर्च के पास बनी लंढौर की सड़के पाइन की पेड़ो से घिरी हुयी हैं, जिनपर सुबह और शाम के वक़्त में पैदल घूमना काफी अद्धभुत एहसास होता है।

  • टाइमिंग:- सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक

डोमस इन् कैफ़े (Domes Inn Cafe)

क्लॉक टावर से लाल तिब्बा जाते वक़्त बीच में एक बहुत ही खूबसूरत और आकर्षक कैफ़े पड़ता है, जो डोमस इन कैफ़े के नाम से जाना जाता है। यह कैफ़े लद्दाख की थीम पर बनाया गया है और बाहर से यह किसी मोनेस्ट्री की तरह दिखाई पड़ता है। कैफ़े को हैंडमेड प्रोडक्ट द्वारा सजाया गया है और इसके अंदर कलर कॉम्बिनेशन भी काफी आकर्षक है। इस कैफ़े में आप रुक भी सकते हैं, जो लंढौर की सबसे प्रसिद्ध स्टे (Stay) में शामिल है।

  • कैफ़े टाइमिंग:- सुबह 10 बजे से रात 9 बजे तक
  • स्टे ऑप्शन:- 3500 रुपये प्रति नाईट (2 लोगो के लिए)

केल्लॉग मेमोरियल चर्च (Kellogg Memorial Church)

यह लंढौर में स्थित एक और बहुत ही सुंदर चर्च है, जो लाल तिब्बा व्यू पॉइंट से मात्र आधे किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह चर्च अपनी पुरानी बनावट और सुन्दर कलाकृति के लिए जाना जाता है। इस चर्च को 1903 में बनवाया गया था, जोकि लंढौर लैंगुएज स्कूल (Landour Language School) था। यहाँ पर अंग्रेज हिंदी भाषा सीखते थे और इस चर्च की सबसे ज्यादा ख़ास बात यह है की चर्च वर्तमान समय में भी चालू है।

  • टाइमिंग:- सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक

लंढौर आने का सबसे अच्छा समय

लंढौर हर सीजन में अपनी एक अलग खूबसूरती पेश करता है और आप किसी भी सीजन में यहाँ पर विजिट कर सकते हैं। यदि एक बेस्ट टाइम की बात की जाए तो वो मार्च से जून और सितम्बर से जनवरी तक का है। जुलाई से अगस्त का महीना मानसून सीजन का होता है और इस समय में उत्तराखंड की यात्रा करना थोड़ा कठिन होता है।

यदि आपको ठण्ड और बर्फवारी देखना पसंद है तो आप नवंबर से जनवरी के समय में विजिट कर सकते हैं। मसूरी आने पर आप कोशिश करें की सुबह में जल्दी ही लंढौर की यात्रा शुरू कर दें जिससे आपको ज्यादा ट्रैफिक का सामना नहीं करना पड़ेगा।

लंढौर होटल्स

लंढौर में रुकने के लिए आपको बहुत से होटल्स और होम स्टे मिल जाएंगे, लेकिन लंढौर में रुकना काफी कॉस्टली (Costly) होता है। यदि आपके पास बजट की कोई कमी नहीं है तो आप लंढौर के डोमस इन् कैफ़े, होटल देवदार वुड्स, ले विला बेथनी और रॉक विला होम स्टे आदि में रुक सकते हैं। जहाँ आपको 2000 से 4000 रुपये के बीच में काफी सही रूम मिल जायेंगे। यदि आप एक बजट ट्रैवलर हैं तो आप मसूरी में ही रुके, जो आपके लिए किफायती रहेगा।

लंढौर कैसे पहुंचे?

लंढौर मसूरी से मात्र 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहाँ तक पहुंचने के लिए आपको सबसे पहले मसूरी या देहरादून पहुंचना होगा, जहाँ से आप आसानी से लंढौर तक पहुंच सकते हैं। यदि आप यूपी या अन्य किसी राज्य से आ रहें है तो आप सबसे पहले हरिद्वार, ऋषिकेश या फिर देहरादून पहुंचे। हरिद्वार, ऋषिकेश और देहरादून से मसूरी के लिए डायरेक्ट बस सेवा उपलब्ध है, जिसका उपयोग करके आप मसूरी तक पहुंच सकते हैं।

मसूरी से आप बाइक या स्कूटी रेंट पर लेकर या फिर प्राइवेट गाड़ी बुक करके आप लंढौर तक पहुंच जाएंगे। यदि लंढौर के सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन की बात की जाए तो वो देहरादून रेलवे स्टेशन है और एयरपोर्ट जॉली ग्रांट एयरपोर्ट है, जो देहरादून में स्थित है।

  • निकटतम रेलवे स्टेशन:- देहरादून रेलवे स्टेशन
  • निकटतम एयरपोर्ट:- जॉली ग्रांट एयरपोर्ट, देहरादून

कुछ महत्वपूर्ण बातें

  • लंढौर एक सैनिक छावनी (सेना के अधीन) है तो आप यहाँ पर ड्रोन और हर जगह की वीडियो नहीं बना सकते हैं।
  • यदि आप मसूरी से लंढौर की यात्रा शुरू कर रहे हैं तो आप सुबह जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी यात्रा को शुरू करें क्योंकि सुबह के वक़्त में आपको ज्यादा क्राउड और ट्रैफिक नहीं मिलेगा।

FAQ

Q.1 लंढौर के लिए कितने दिन काफी हैं?
Ansलंढौर घूमने के लिए 2 से 3 दिन पर्याप्त हैं। आप इन दिनों में लंढौर को काफी अच्छे से एक्स्प्लोर कर सकते हैं।
Q.2 मसूरी से लंढौर की दूरी कितनी है?
Ans. मसूरी से लंढौर 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
Q.3 लंढौर घूमने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?
Ans. लंढौर घूमने के लिए अप्रैल से जून और सितम्बर से जनवरी तक का समय सबसे अच्छा होता है।

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