भारत का हिमाचल प्रदेश राज्य पर्यटकों के बीच सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र रहता है। हिमाचल की खूबसूरती के साथ यहाँ होने वाली स्पोर्ट्स एक्टिविटी लोगो को काफी ज्यादा पसंद आती हैं। हिमाचल हर मौसम में एक अलग सुंदरता के साथ एक अलग और रोमांचकारी एक्टिविटी को आपके सामने पेश करता है, चाहे वो गर्मियों में की जाने वाली रिवर राफ्टिंग हो, या चाहे फिर ठंडो में बर्फ पर की जाने वाली स्कीइंग हों।
हिमांचल की इन्ही रोमांचकारी स्पोर्ट्स एक्टिविटी में अब एक और नयी वाटर स्पोर्ट्स एक्टिविटी को जोड़ा गया है, जो हिमाचल के साथ नार्थ इंडिया में पहली बार की जाने वाटर स्पोर्ट्स एक्टिविटी है, हम बात कर रहे हैं, “पैरासेलिंग वाटर स्पोर्ट्स एक्टिविटी” की, जो सबसे ज्यादा गोवा में की जाती है और लोगो को एक रोमांचकारी अनुभव प्रदान करती है।
हिमाचल के बिलासपुर जिले में गोविन्द सागर झील में अब पर्यटक पैरासेलिंग वाटर स्पोर्ट्स एक्टिविटी का लुफ्त उठा सकेंगे। 29 अक्टूबर को हिमाचल प्रदेश के मुख़्यमंत्री सुखबिंदर सिंह सुक्खू द्वारा हिमाचल की गोविन्द सागर झील में वाटर स्पोर्ट्स एक्टिविटी व एडवेंचर टूरिज्म का शुभारंभ किया गया, जिसके अंतर्गत अब पैरासेलिंग वाटर स्पोर्ट्स एक्टिविटी को शामिल किया गया है।
कब शुरू होगी पैरासेलिंग एक्टिविटी
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा शुरू की गयी वाटर स्पोर्ट्स एक्टिविटी व एडवेंचर टूरिज्म योजना के बाद बिलासपुर प्रशासन ने गोविन्द सागर झील में पैरासेलिंग वाटर स्पोर्ट्स एक्टिविटी के संचालन का निर्णय लिए था। इसके बाद दिल्ली की एक एडवेंचर कंपनी जो उत्तराखंड के टिहरी में स्पोर्ट्स एक्टिविटी का संचालन करती है, उसे इस एक्टिविटी के संचालन का जिम्मा सौपा गया है। जो दो महीने तक इस एक्टिविटी का संचालन करेगी। अब 15 दिसंबर 2025 से इस एक्टिविटी का संचालन शुरू कर दिया गया है। बिलासपुर के डीएम द्वारा कहा गया है की अब पर्यटक गोवा के बाद नार्थ इंडिया में भी इस एक्टिविटी का लुफ्त उठा सकेंगे।
पैरासेलिंग वाटर स्पोर्ट्स एक्टिविटी का चार्ज और टाइम
इस एक्टिविटी को करने के लिए आपको 2000 रुपये प्रति व्यक्ति चार्ज देना होगा। इस एक्टिविटी को करने के लिए आपको स्पीड बोट पर लाया जाता है और पैरासूट से बांधकर स्पीड बोट को चलाया जाता है जिससे पैरासूट हवा में दबाब से उड़ता है। इस एक्टिविटी को दो मिनट तक किया जाता है और पूरी एक्टिविटी को करने में आपको 15 से 20 मिनट का समय लगता है।
क्या है पैरासेलिंग एक्टिविटी
पैरासेलिंग, एक वाटर स्पोर्ट्स एक्टिविटी है, जो एक तरह से पैराग्लाइडिंग के सामान होती है। इस रोमांचकारी एक्टिविटी में एक स्पीड बोट से एक पैरासूट जुड़ा हुआ होता है, जिसे “पैरासेल” कहा जाता है। इस पैरासूट को इस तरह से डिज़ाइन किया जाता है की जब बोट स्पीड में चले तो यह हवा के दबाद से पीछे की और ऊपर आकाश में उड़े। पैरासूट के सहारे एक व्यक्ति को गैजेट की सहायत से बाँधा जाता है और बोट को तेज़ स्पीड में 2 से 3 मिनट तक चलाया जाता है जिससे पैरासूट हवा में उड़ता है और एक रोमांचकारी अनुभव प्रदान होता है।
गोविन्द सागर झील में होने वाली अन्य एक्टिविटी
गोविन्द सागर झील में पैरासेलिंग के अलावा और भी बहुत सी एडवेंचर एक्टिविटी की जाती हैं, जिसमे शिकारा राइड और क्रूज राइड शामिल है। पैरासेलिंग के जुड़ने के बाद हिमाचल का बिलासपुर शहर एडवेंचर एक्टिविटी का केंद्र बिंदु बनता जा रहा है और पर्यटक बिलासपुर की ओर काफी आकर्षित हो रहे हैं।
हिमाचल में होने वाली अन्य एक्टिविटी
बिलासपुर में पैरासेलिंग से पहले हिमाचल का कुल्लू मनाली व्यास रिवर में राफ्टिंग के लिए, सोलंग वैली स्कीइंग के लिए, बीर बिलिंग पैराग्लाइडिंग और धर्मशाला रॉक क्लाइम्बिंग के लिए प्रसिद्ध है।
बिलासपुर कैसे पहुंचे?
बिलासपुर हिमाचल का काफी चर्चित शहर हैं ओर अब धीरे-धीरे स्पोर्ट्स एक्टिविटी का केंद्र बिंदु बनता जा रहा है। बिलासपुर तक पहुंचने के लिए आप हवाई, रेल ओर सड़क तीनो मार्गो को अपना सकते हैं।
यदि आप हवाईमार्ग द्वारा आना चाहते हैं तो बिलासपुर के सबसे सबसे नजदीक एयरपोर्ट भुंतर ओर चंडीगढ़ एयरपोर्ट है, जो बिलासपुर से 135 किलोमीटर और 131 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं। यदि आप रेलमार्ग द्वारा आना चाहते हैं तो बिलासपुर के सबसे नजदीक रेलवे स्टेशन किरतपुर रेलवे स्टेशन है, जो बिलासपुर से 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इसके अलावा यदि आप सड़कमार्ग द्वारा आना चाहते है तो आप चंडीगढ़ ओर हिमाचल के कुछ शहर से सीधे बिलासपुर के लिए बस लें सकते हैं।