उत्तर प्रदेश का प्रयागराज शहर एक ऐतिहासिक शहर है, जिसे पहले इलाहबाद के नाम से जाना जाता था। यहाँ बहुत सी टूरिस्ट प्लेसेस हैं, जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। जिसमें त्रिवेणी संगम (गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों का संगम), बड़े हनुमान मंदिर, अक्षयवट, आनंद भवन आदि, और बहुत सी जगहें हैं, जिनके बारे में हम अपने पिछले ब्लॉग Best Places to visit in Prayagraj में बता चुकें हैं।
इस ब्लॉग में हम प्रयागराज में स्थित ऐतिहासिक पार्क, “चंद्रशेखर आजाद पार्क” के बारे में सभी जानकारियों को आपके साथ साझा करेंगे जैसे- पार्क कहाँ स्थित है? पार्क तक कैसे पहुंचे? पार्क की टाइमिंग और पार्क का टिकट प्राइस आदि। तो ब्लॉग अंत तक और ध्यान से जरूर पढ़े…
चंद्रशेखर आजाद पार्क कहाँ स्थित है?
यह ऐतिहासिक पार्क प्रयागराज (इलाहबाद) शहर के सिविल लाइन्स के मध्य में स्थित है। यह प्रयागराज का सबसे बड़ा और सबसे प्रसिद्ध पार्क है, जिस वजह से आपको प्रयागराज के किसी भी कोने से इस पार्क के लिए लोकल ट्रांसपोर्ट सहायता मिल जाएगी, जिसके द्वारा आप इस पार्क तक पहुंच सकते हैं। इस पार्क की त्रिवेणी घाट से दूरी मात्र 8 किलोमीटर है।
चंद्रशेखर आजाद पार्क का इतिहास
इस पार्क का इतिहास लगभग 100 साल से अधिक पुराना है और इस पार्क को ब्रिटिश राज्य में सक्स कोबर्ग के राजकुमार अल्फ्रेड और गोथा के स्मरण चिन्ह के रूप में बनवाया गया था। सन 1870 में राजकुमार अल्फ्रेड और गोथा प्रयागराज के दौरे पर आये थे, इस दौरे की याद के लिए ब्रिटिश सरकार ने प्रयागराज की 133 एकड़ भूमि पर पार्क का निर्माण कराया और इसे अल्फ्रेड पार्क नाम दिया।
इस पार्क को प्रयागराज के सिविल लाइन्स में अंग्रेजी क्वार्टर के पास बनवाया गया था। इस पार्क में 1906 में विक्टोरिया मेमोरियल को बनवाया गया था और रानी विक्टोरिया की एक बहुत बड़ी प्रतिमा की स्थापना भी की थी, लेकिन स्वतंत्रता के बाद भारत सरकार ने रानी विक्टोरिया की मूर्ति हटवा दी।
आज वर्तमान समय में अल्फ्रेड पार्क का नाम बदलकर चंद्रशेखर आजाद पार्क रख दिया गया, क्योंकि सन 1931 में स्वतंत्रता सेनानी श्री चंद्रशेखर आजाद जी भारत की स्वतंत्रता लड़ाई लड़ते हुए इसी पार्क में शहीद हुए थे। 27 फरवरी 1931 को अंग्रेजी सेना चंद्रशेखर आजाद को अल्फ्रेड पार्क में चारो ओर से घेर लेती है। आजाद जी अंग्रज़ी सेना के खिलाफ बहादुरी से लड़ते हैं और जब उनकी पिस्टल में एक गोली बचती है तो वो खुद को गोली मार लेते हैं। इसी वजह से भारत की आज़ादी के बाद भारत सरकार अल्फ्रेड पार्क का नाम बदलकर चंद्र शेखर आजाद पार्क रख देती है।
पार्क का ओवरव्यू
यह पार्क 133 एकड़ में फैला हुआ है और इस पार्क में एंट्री करने के लिए 6 गेट बनाये गए हैं और हर गेट के पास में पूरे पार्क का एक मानचित्र बना हुआ है। जिससे आप आसानी से पूरे पार्क में घूम सकते हो। पार्क में देखने के लिए बहुत कुछ है और फैमिली के साथ पिकनिक मानाने का यह बहुत ही अच्छा स्थान है। पार्क में आप विक्टोरिया मेमोरियल, स्टेडियम, राजकीय संग्रहालय और एक संस्कृत विद्यालय को देख सकते हैं।
इसके अतिरिक्त पार्क में बच्चो के लिए एक प्ले पार्क बनाया गया है, जहाँ बहुत से झूले बनाये गए हैं। जिससे यह पार्क बच्चो के लिए भी काफी पसंद आता है। पार्क में लाइट एंड साउंड शो भी होता है, जो पर्यटकों के बीच काफी आकर्षण का केंद्र रहता है। पूरे पार्क में बहुत ही सुन्दर तरीके से पेड़-पौधों को लगाया गया है और अलग आकृति में काटकर उन्हें सुन्दर रूप दिया गया है। पार्क में बहुत से जानवरों की आकृति को भी बनाया गया है और उनमे लाइट लगायी गयी है, जिस वजह से रात में वे बहुत आकर्षक लगते हैं।
पार्क में बने टॉप आकर्षण
चंद्रशेखर आजाद प्रतिमा:- इसी पार्क में चंद्रशेखर आजाद जी शहीद हुए थे, जिस वजह से इस पार्क का नाम चंद्रशेखर आजाद पार्क रखा गया। इस पार्क में आजाद जी की याद में उनकी प्रतिमा स्थापित की गयी है और प्रतिमा को ठीक उस स्थान से कुछ दूरी पर लगाया गया है, जहाँ आजाद जी वीरगति को प्राप्त हुए थे।
विक्टोरिया मेमोरियल:- इस मेमोरियल को पार्क में 1906 में रानी विक्टोरिया के सम्मान में बनवाया गया था। पार्क में बने इस मेमोरियल में पहले रानी विक्टोरिया की एक प्रतिमा भी स्थापित थी, जिसे बाद में हटवा दिया गया।
चंद्रशेखर आजाद पार्क म्यूजियम:- पार्क में एक म्यूजियम भी बनाया गया है, जहाँ चंद्रशेखर आजाद जी से जुड़ी बहुत जी वस्तुओ को आप देख सकते हैं। जिनमें से सबसे प्रमुख आजाद जी की पिस्टल है, जिसके द्वारा वे वीरगति को प्राप्त हुए थे। इसके अलावा इस म्यूजियम में भारत का संविधान और 1950 की कंस्टीटूशन असेंबली के सदस्यों की पिक्चर गैलरी बनी हुयी है। म्यूजियम में संसद भवन का एक छोटा सा मॉडल और बहुत सी पुराने जमाने की बंदूकों को रखा गया है।
- म्यूजियम टाइमिंग:- सुबह 10 बजे से शाम 4:45 बजे तक
- म्यूजियम टिकट:- एडल्ट- 50 रुपये, बच्चे (5 से 18 वर्ष)- 20 रुपये
- म्यूजियम फोटोग्राफी शुल्क:- 100 रुपये
- अवकाश दिन:- सोमवार
चिल्ड्रन प्ले पार्क:- चंद्रशेखर आजाद पार्क लगभग 133 एकड़ में फैला हुआ है और इस पार्क में बहुत से अलग-अलग छोटे-छोटे पार्क बनाये गए हैं। जिसमें बच्चो के लिए एक प्ले पार्क बनाया गया है और उसमें बच्चो के लिए बहुत से झूले लगाए गए हैं।
लाइट एंड साउंड शो:- पार्क में एक जगह पर लाइट एंड साउंड शो का आयोजन भी किया जाता है, जो देखने में काफी सुन्दर दिखाई पड़ता है। इस शो का एंट्री टिकट 30 और 50 रुपये प्रति व्यक्ति है। आप पार्क में इस शो का आनंद भी ले सकते हैं।
झील:- पार्क में झील भी बनी हुयी है जिसमें बोट राइड की जाती थी, लेकिन अब इसमें पानी नहीं है।
कैफे:- पार्क में कुछ कैफे भी बने हुए हैं, जहाँ आप फैमिली के साथ डिनर और कुछ नास्ता कर सकते हैं।
चंद्रशेखर आजाद पार्क टाइमिंग
चंद्रशेखर आजाद पार्क सुबह 5 बजे से रात 8 बजे तक खुला रहता है। इस समय के अनुसार आप कभी भी इस पार्क में घूम सकते हैं लेकिन पार्क में बने म्यूजियम की टाइमिंग पार्क की टाइमिंग से अलग है।
चंद्रशेखर आजाद पार्क टिकट प्राइस
इस पार्क में एंट्री करने के लिए आपको 5 रुपये का एंट्री टिकट लेना होगा। जो सभी के लिए अनिवार्य है, लेकिन पार्क के अंदर म्यूजियम, लाइट एंड साउंड शो या फिर पुस्तकालय में जाने के लिए अलग से एंट्री टिकट लेना होगा।
चंद्रशेखर आजाद पार्क कैसे पहुंचे?
यह पार्क प्रयागराज के सिविल लाइन्स के मध्य में स्थित है। आप इस पार्क में प्रयागराज के किसी भी कोने से घूमने आ सकते हैं। आपको पार्क के लिए लगभग हर जगह से आसानी से लोकल ऑटो या टैक्सी मिल जाएँगी। इसके अलावा आप यदि प्रयागराज के माघ मेला, कुंभ मेला या फिर अर्धकुम्भ मेला घूमने आ रहे हैं तो त्रिवेणी घाट से यह पार्क मात्र 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और यहाँ तक आप सिर्फ 50 रुपये में ऑटो द्वारा पहुंच जायेंगे।
- निकटतम रेलवे स्टेशन:- इलाहबाद जंक्शन (4 किलोमीटर)
- निकटतम एयरपोर्ट:- बरमौली एयरपोर्ट (13 किलोमीटर)
- निकटतम बस स्टैंड:- सिविल लाइन्स बस स्टैंड (2.5 किलोमीटर)