Best Places to visit in Pushkar

पुष्कर राजस्थान का बहु-प्रसिद्ध शहर है, जो अपनी खूबसूरती और ऐतिहासिक धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है। यह राजस्थान की अरावली पहाड़ियों से घिरा हुआ है, जो आध्यात्मिकता, संस्कृति और प्राकृतिक सुंदरता के तलाश करने वाले पर्यटको को अपनी ओर आकर्षित करता है। पुष्कर सबसे अधिक तीन चीजों के लिए जाना जाता है, एक पुष्कर झील, दूसरी चारमुखी वाले दुनिया का एकलौता ब्रह्मा जी का मंदिर और तीसरा विश्व प्रसिद्ध पुष्कर ऊंट मेला। ये आकर्षण पुष्कर को धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन का केंद्र बनाते हैं, जो यहाँ आने वाले सभी तरह के पर्यटकों को एक विशेष अनुभव प्रदान करते हैं।

इस ब्लॉग में हम पुष्कर के इन्ही सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थलों के साथ कुछ बेहद खूबसूरत स्थलों (Best places to visit in Pushkar) के बारे जानेंगे, जिन्हे आप अपनी पुष्कर ट्रिप के दौरान शामिल कर सकते हैं। पुष्कर भारतीयों के साथ-साथ विदेशी टूरिस्टो को भी बहुत अधिक आकर्षित करता है। जयपुर और उदयपुर के बाद विदेशी पर्यटक सबसे अधिक पुष्कर को ही पसंद करते हैं। हम इस ब्लॉग के माध्यम से पुष्कर की लगभग सभी टूरिस्ट प्लेसेस की जानकारी को आपसे साझा करेंगे। तो ब्लॉग को अंत तक और ध्यान से पढ़े…

पुष्कर टूरिस्ट प्लेसेस

पुष्कर हिन्दू धर्म में मान्यता रखने वाले लोगो के लिए बहुत अधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि पुष्कर ही दुनिया का एकलौता शहर है जहाँ सृष्टि के निर्माता ब्रह्मा जी का चारमुखी मंदिर है और पंच सरोवर में से एक पुष्कर झील स्थित है। पुष्कर का नाम ब्रह्मा जी कमल से उत्पन्न हुयी झील, पुष्कर झील से पड़ा है।

यही पुष्कर झील पुष्कर की मुख्य टूरिस्ट प्लेस है, जहाँ सबसे अधिक पर्यटक आना पसंद करते हैं। पुष्कर में और भी बहुत से पुराने और प्राचीन मंदिर बने हुए हैं, इसके अलावा यहाँ पर बहुत से खूबसूरत व्यू पॉइंट भी हैं जो लोगो को पुष्कर की ओर आकर्षित करते हैं। नीचे हम पुष्कर की टूरिस्ट प्लेसेस के बारे में बता रहे हैं, जिन्हे आप अपनी पुष्कर ट्रिप में शामिल कर सकते हैं…

1. पुष्कर झील

पुष्कर की सबसे ज्यादा पर्यटको द्वारा पसंद की जाने वाली जगह पुष्कर झील है। इस झील के बारे में कहा जाता है कि इस झील का निर्माण ब्रह्मा जी के कमल से हुआ है और पुष्कर के ब्रह्मा मंदिर में जाने से पहले इस झील में स्नान करना या फिर इसका पानी अपने ऊपर छिड़कना जरुरी होता है। यह झील हिन्दू पौराणिक ग्रंथो में बताई गयी पंच सरोवर (मानसरोवर, बिंदु सरोवर, नारायण सरोवर, पाम्पा सरोवर और पुष्कर सरोवर) में से एक है। इस झील के चारो ओर 52 घाट और 300 छोटे-छोटे मंदिर बने हुए हैं।

इस झील पर शाम के समय में होते हुए सूर्योस्त के साथ शाम की आरती में शामिल होना काफी अद्धभुत अनुभव होता है। झील के चारो ओर बने घाटों में से सबसे बड़ा घाट जयपुर घाट है और गऊ घाट, वराह घाट, ब्रह्मा घाट, सिखों के लिए गोविन्द घाट प्रमुख घाट हैं। इस झील पर समय व्यतीत करने का सबसे अच्छा समय सुबह या फिर शाम का है। यह पुष्कर में आने वाले पर्यटको की पहली पसंद होती है और इसी वजह से यह पुष्कर की बेस्ट प्लेसेस में से एक है।

  • पता:- पुष्कर झील राजस्थान
  • झील पर आने का सबसे अच्छा समय:- सुबह और शाम में (इस झील से सूर्यास्त को जरूर देखें।)
  • झील का आकर्षण:- सुबह और शाम की आरती
  • झील दिलचस्प फैक्ट:- ऐसा माना जाता है की श्री राम ने भी इसी कुंड में अपने पिता दशरथ जी की अस्थियों को विसर्जित किया था। इसके अलावा इस झील में गाँधी जी, जवाहर लाल नेहरू जी , इंद्रा गाँधी जी, और अटल विहारी वाजपेयी जी की अस्थियों का विसर्जन भी किया गया है।

2. ब्रह्मा मंदिर

पुष्कर आने वाले सबसे अधिक श्रद्धालु भगवान ब्रह्मा जी के दर्शन करने के लिए आते हैं। पुष्कर ही दुनिया का एकमात्र शहर है जहाँ ब्रह्मा जी का चारमुख वाला मंदिर स्थित है। इस मंदिर में ब्रह्मा जी के साथ उनकी पत्नी गायत्री माता की पूजा की जाती है। खूबसूरत वास्तुशिल्प कला और लाल शिखर के साथ यह मंदिर देखने में बहुत आकर्षक लगता है।

मंदिर के बारे में कहा जाता है की 14 वीं शताब्दी में इसे विश्वामित्र जी ने पुनर्निर्माण कराया था। यह मंदिर पुष्कर झील के पास ही स्थित है और श्रद्धालु पुष्कर झील में स्नान करके या उसके जल को अपने ऊपर छिड़ककर ही इस मंदिर में ब्रह्मा जी के दर्शन करने जाते हैं। आप पुष्कर झील से कुछ दूर पैदल चलकर ब्रह्मा जी के मंदिर तक पहुंच जायेंगे।

  • पता:- ब्रह्मा मंदिर रोड, गनाहेड़ा पुष्कर
  • मंदिर टाइमिंग:- सुबह 6 से रात 8 बजे तक
  • यात्रा करने का सबसे अच्छा समय:- भीड़ से बचने के लिए सुबह जल्दी, और विशेष समारोहों के लिए कार्तिक पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर यात्रा की योजना बनाएं।
  • मंदिर निर्देश:- मंदिर में सामान्य कपड़े पहनकर ही प्रवेश करे और मंदिर में फोटो या वीडियो बनाना मना है तो इस बात का खास ख्याल रखे।

3. सावित्री माता मंदिर

पुष्कर झील से 2 किलोमीटर की दूरी पर पुष्कर के दक्षिणी ओर रत्नागिरी हिल्स पर एक और खूबसूरत मंदिर स्थित है, जो सावित्री माता को समर्पित है। सावित्री माता ब्रह्मा जी की पत्नी हैं, ऐसा कहा जाता है कि ब्रह्मा जी को यज्ञ करना था लेकिन सवित्र माता उस समय मौजूद नहीं थी जिस वजह से ब्रह्मा जी ने गायत्री माता से शादी की और यज्ञ करने बैठ गए। माता सावित्री को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने ब्रह्मा जी श्राप दिया और पुष्कर की इसी पहाड़ी (रत्नागिरी पहाड़ी) पर आकर बस गई। उसके बाद यहाँ पर माता के मंदिर का निर्माण कराया गया।

इस मंदिर तक आप पैदल 2 से 3 किलोमीटर का कठिन ट्रेक करके या फिर रोपवे की सहायता से पहुंच सकते हैं। रोपवे से मंदिर तक का किराया 180/- रुपये प्रति व्यक्ति (दोनों तरफ का) है, जो आपको 5 मिनट में मंदिर तक पंहुचा देगी। सावित्री माता मंदिर और रोपवे से पुष्कर झील और उसके आसपास क्षेत्र के मनोरम दृश्य दिखाई पड़ते हैं। जिस वजह से रोपवे को कुछ मिनटों के लिए बीच में रोका जाता है जिससे आप चारो ओर के व्यू को देख सकें।

  • मंदिर का ट्रेक:- इस मंदिर तक पहुंचने के लिए आपको पैदल लगभग 2 से 3 किलोमीटर का ट्रेक करना पड़ेगा।
  • रोपवे चार्ज:- 180/- रुपये प्रति व्यक्ति (रोपवे से पुष्कर का चारो ओर का खूबसूरत नज़ारा दिखाई पड़ता है, जिसकी वजह से बीच में कुछ समय की लिए रोपवे की लिए रोका जाता है।)
  • मंदिर टाइमिंग:- मंदिर सुबह 5 बजे से दोपहर 12 बजे तक खुला रहता है और फिर शाम 3 बजे से मंदिर की आरती तक खुला रहता है। (मंदिर दोपहर 1 से 2 के बीच बंद रहता है और सूर्योस्त के समय मंदिर के पट बंद रहते हैं।)

4. गायत्री माता मंदिर

यह एक और पुष्कर का खूबसूरत मंदिर है, जो गायत्री माता मंदिर से मात्र 1.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस मंदिर पर बहुत कम पर्यटक ही विजिट करते हैं, क्योंकि अधिकतर पर्यटक सावित्री माता मंदिर घूम कर ही वापस चले जाते हैं। इस मंदिर को संकट मोचनी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है और यहाँ पर विजिट करने का सबसे अच्छा समय सूर्योस्त और सूर्योदय का होता है। यह मंदिर उन लोगो के लिए बहुत खास है जो भीड़ भाड़ से दूर शांत और एकांत वातावरण की तलाश में हों। यहाँ से आप पुष्कर का सबसे खूबसूरत सूर्योस्त और सूर्योदय को देख सकते हैं।

  • मंदिर कैसे पहुंचे:- आप इस मंदिर तक नीचे पार्किंग से सिर्फ ट्रेक करके ही पहुंच सकते हैं। आपको नीचे से मंदिर तक पहुंचने में कम से कम 20 से 25 मिनट का समय लगेगा।
  • हाईलाइट:- यदि आप कपल हैं तो आप कुछ समय एकांत में व्यतीत करने के लिए यहाँ पर आ सकते हैं।

5. पुष्कर ऊँट मेला

यदि आप अक्टूबर से नवंबर में पुष्कर की यात्रा का प्लान कर रहे हैं तो आपको पुष्कर का अंतरराष्टीय स्तर पर मनाये जाने वाले पुष्कर ऊंट मेले में जरूर विजिट करना चाहिए। यह मेला हर साल हजारों पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। यह रंगीन त्योहार ऊंट दौड़, मटकी फोड़, रस्साकसी जैसे खेल, सांस्कृतिक प्रदर्शन और पारंपरिक राजस्थानी सामान बेचने वाले स्टॉल जैसी गतिविधियों को प्रदर्शित करता है। यह वार्षिक कार्यक्रम हर साल नवंबर (इस साल 9 नवंबर से 15 नवंबर तक) में आयोजित किया जाता है, जो राजस्थानी संस्कृति का एक अद्धभुत अनुभव प्रदान करता है।

  • हाईलाइट:- आप इस मेले में ऊंट दौड़ और लोक संगीत प्रदर्शनों में भाग ले सकते हैं ।
  • सबसे अच्छा समय:- फोटोग्राफी और मेले में घूमने के लिए सुबह का समय सबसे अच्छा होता है।

6. वराह मंदिर

पुष्कर में एक ऐसा भी मंदिर है जिसके बारे में कहा जाता है की इसे श्री विश्वामित्र जी ने बनवाया था, जो भगवान विष्णु के वराह अवतार को समर्पित है। पुष्कर में वराह मंदिर एक अलग महत्पूर्ण ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व रखता है, क्योंकि इस मंदिर को मुग़ल सम्राट औरंगजेब ने तुड़वा दिया था जिसे बाद में सवाई राजा मान सिंह तृतीये ने दुबारा बनवाया। यह पुष्कर के 8 यूनिक मंदिरों में से एक है, जो अपनी जटिल नक्काशी और अनूठी स्थापत्य शैली के लिए जाना जाता है। यह मंदिर प्राचीन हिंदू मान्यताओं को दर्शाता है और यह क्षेत्र के अन्य मंदिरों की तुलना में एक शांत स्थान है। पुष्कर झील के पास स्थित होने के कारण इस मंदिर तक पहुंचना भी काफी आसान है।

  • पता:- बस स्टैंड के सामने छोटी बस्ती पुष्कर
  • मंदिर टाइमिंग:- सुबह 5 बजे से 1:30 बजे और फिर शाम में 4 बजे से रात 8 बजे तक।
  • सांस्कृतिक टिप्पणी:- स्थानीय रीति-रिवाजों का सम्मान करें और शांत वातावरण बनाये रखने के लिए मंदिर परिसर में शांति बनाये रखें।

7. पुष्कर बाजार

पुष्कर मार्केट पुष्कर की ऐतिहासिक संस्कृति, हस्तनिर्मित गहने और कपड़ो के लिए जानी जाती है। आप यहाँ पर हस्तनिर्मित गहने और कपड़ों से लेकर स्मृति चिन्ह और पारंपरिक पोशाकों को खरीद सकते हैं। बाजार में घूमते हुए आप राजस्थान के रजवाड़ो की पगड़ियां, तलवार और उनकी पोशाकों को खरीद सकते हैं। इसके अलावा यह मार्केट राजस्थानी पारम्परिक भोजन भी आपके लिए परोसती है, जिसका आप स्वाद ले सकते हैं। यह रंगीन बाजार और यहाँ की सुंदर दुकाने पर्यटकों को बहुत अधिक आकर्षित करती हैं। तो आप भी पुष्कर की ट्रिप में कुछ समय इस मार्केट के लिए भी दें।

  • हाई लाइट:- मार्केट में आपको राजस्थान और पुष्कर के पारम्परिक पोशाक देखने को मिल जायेंगे। जो इस मार्केट का मुख्य आकर्षण होता है।
  • मार्केट में आने का सबसे अच्छा समय:- मार्केट में खरीदारी के लिए सुबह और शाम का समय सबसे अच्छा है।

8. रणजी मंदिर

पुष्कर में दक्षिण आर्किटेक्चर में बना रणजी मंदिर पुष्कर का एक और खूबसूरत मंदिर है जो लोगो को अपनी ओर अपनी वास्तुकला की वजह से आकर्षित करता है। इस मंदिर को रघुनाथ मंदिर के नाम से भी जाना जाता है और यह पुष्कर झील से मात्र 2 मिनट की दूरी पर स्थित है। यह मंदिर भगवान विष्णु एक अवतार श्री रघुनाथ मनीगोपाल जी को समर्पित है और इसे 1823 में सेठ पुरनमल ने बनवाया था। यह पुष्कर के सबसे पुराने मंदिरो में से एक है, जिसमें भगवान शंकर, विष्णु और माता लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है। यह मंदिर भी पुष्कर की बेस्ट टूरिस्ट प्लेसेस में से एक है।

  • मंदिर टाइमिंग:- सुबह 5 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक और फिर शाम 4 बजे से रात 8 बजे तक
  • हाईलाइट:- यह राजस्थान में बना दक्षिण भारत की वास्तुकला का एक मात्र मंदिर है। जो अपनी सुन्दर नक्काशी के लिए जाना जाता है।
  • मंदिर निर्देश:- मंदिर में फोटो खीचना मना है तो वहां के निर्देशों का पालन करें।

9. गुरुद्वारा सिंह सभा

पुष्कर में एक ऐसा गुरुद्वारा है जिसके बारे में कहा जाता है की वहां सिख गुरु और सिख धर्म के संस्थापक श्री गुरु नानक जी का आगमन हुआ था और उन्होंने गुरु ग्रन्थ साहब का पाठ किया था। इसी वजह से सिख धर्म में विश्वास करने वाले लोगो के लिए यह बहुत ही धार्मिक स्थान है। गुरुद्वारा सिंह सभा, सिख संस्कृति का अनुभव करने का अवसर प्रदान करते हुए सभी धर्मों के पर्यटकों का स्वागत करता है। इसकी सरल वास्तुकला शैली और शांतिपूर्ण वातावरण पर्यटकों के लिए एक सुखद स्थान बनाता है। तो आप एक शांत वातावरण का एहसास लेने के लिए यहाँ विजिट कर सकते हैं।

  • दर्शन का समय:- आप गुरूद्वारे में कभी भी मत्था टेक सकते हैं।
  • दर्शन करने का सुझाव:- प्रवेश करते समय अपने सिर को ढकें और मोबाइल से फोटो न खीचें और निर्देशों का पालन करें।

10. रेगिस्तान सफारी और शिविर

यदि आप पुष्कर में कुछ रोमांचकारी एक्टिविटी करना चाहते हैं तो आप राजस्थान का जहाज कहे जाने वाले ऊंट की सफारी कर सकते हैं। कैमल राइड का प्राइस सीजन पर निर्भर करता है लेकिन वैसे औसतन 400 रुपये से 1000 रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से इसका चार्ज होता है।

इसके अलावा आप रात के समय में कैमल राइड करना चाहते हैं तो आपको 1500 से 4500 रुपये देने होंगे। ऊँट और जीप सफारी आपको रेत के टीलों के पार ले जाती है, जो रेगिस्तानी जीवन की एक झलक देती है। पुष्कर में कुछ जगहों पर कैंपिंग भी की जाती है जिसमें राजस्थान की सांस्कृतिक प्रदर्शनी, लोक संगीत और पारंपरिक राजस्थानी भोजन शामिल होते हैं, जो राजस्थान की संस्कृति का एक अच्छा स्वाद प्रदान करते हैं।

  • बुकिंग टिप:- सफारी के लिए आप एक अच्छे टूर ऑपरेटर से संपर्क करें।
  • हाईलाइट:- राजस्थान के रेगिस्तान में रेत के टीलो पर सितारों के नीचे पूरी रात गुजरना एक अनोखा अनुभव होता है।

11. किशनगढ़ डम्पिंग यार्ड

पुष्कर से 40 किलोमीटर दूर एक बहुत ही खूबसूरत जगह है, जो मूवी के अलावा प्री-वेडिंग शूट के लिए सबसे ज्यादा लोकप्रिय हो रही है। इस जगह का नाम किशनगढ़ डम्पिंग यार्ड है, जहाँ मार्बल्स के खराब मटेरियल को फेका जाता है जिससे यह बर्फ की सफ़ेद चादर की तरह दिखाई पड़ता है, जिससे इसे “स्नो पॉइंट” के नाम से भी जाना जाता है। यदि आप यहाँ पर किसी भी तरह का शूट करना चाहते हैं तो आपको 5100 रुपये चार्ज देना होगा। तो यदि आप अपने पार्टनर के साथ घूमने आये हैं तो आप एक दिन किशनगढ़ डम्पिंग यार्ड घूमने के लिए भी जरूर निकालें।

  • हाईलाइट:- यह जगह सबसे अधिक प्री-वेडिंग शूट के लिए जानी जाती है।
  • कैसे पहुंचे?:- आप यहाँ तक पुष्कर और अजमेर दोनों जगहों से आसानी से पहुंच सकते हैं। इन दोनों जगहों से बस और प्राइवेट टैक्सी उपलब्ध हैं, जिनकी सहायता से आप आसानी से पहुंच सकते हैं।

पुष्कर यात्रा के लिए सुझाव

  • यात्रा करने का आदर्श समय:- मौसम के हिसाब से पुष्कर घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से फरवरी तक का है। इसके अलावा अक्टूबर से नवंबर में होने वाला पुष्कर ऊंट मेला और फरवरी से मार्च के बीच में होने वाली होली भी, यहाँ आने के सबसे अच्छे समय में से हैं।
  • ड्रेस कोड:- दिन के समय में आप सामान्य कपड़े पहन सकते हैं और रात में इस जगह थोड़ी ठण्ड होती है तो आप गर्म कपड़े भी अपने साथ रखे।
  • आवास और भोजन:- पुष्कर में बजट होटलों से लेकर हेरिटेज आवास तक कई विकल्प उपलब्ध हैं, जिनमे आपको 500/- रुपये से 3000/- रुपये तक के अच्छे रूम मिल जायेंगे। आप स्थानीय राजस्थानी व्यंजन जैसे दाल बाटी चुरमा और गट्टे की सब्जी का स्वाद चख सकते हैं।
  • कैसे पहुंचे?:- आप पुष्कर रेलमार्ग, हवाई मार्ग और सड़कमार्ग तीनो तरीको से पहुंच सकते हैं। पुष्कर के सबसे नजदीक बड़ा रेलवे स्टेशन अजमेर रेलवे स्टेशन है और सबसे नजदीक एयरपोर्ट अजमेर एयरपोर्ट है।
  • सुरक्षा सुझाव:- पुष्कर आम तौर पर सुरक्षित है, लेकिन भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में जेबकतरों से सावधान रहें और देर रात अकेले घूमने से बचें।

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