भारत में बहुत से खूबसूरत ट्रेक्स हैं, जो लोगो को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। उन्ही में से एक ” केदारकांठा ट्रेक” है, जो सर्दियों में सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है। यह भारत के उन कुछ चुनंदीदा ट्रेक्स में से एक है, जो सर्दियों में बंद नहीं होता है। अक्सर अधिक ठण्ड और बर्फवारी पड़ने पर पहाड़ी इलाको में किये जाने वाले ट्रेक्स कुछ समय के लिए बंद कर दिए जाते हैं, लेकिन केदारकांठा ट्रेक सिर्फ मानसून सीजन को छोड़कर हर समय खुला रहता है।
इस ब्लॉग में हम इसी खूबसूरत और एडवेंचर से भरपूर ट्रेक की जानकारी को आपसे साझा करेंगे जैसे- ट्रेक पैकेज, ट्रेक बेस कैंप कैसे पहुंचे? ट्रेक लगात, ट्रेक डिस्टेंस, ट्रेक अवधि आदि। तो ब्लॉग को अंत तक जरूर पढ़े और यदि आप इस ट्रेक को पहले कर चुके हैं तो अपना अनुभव हमारे साथ कमेंट के माध्यम से शेयर करें…
केदारकांठा ट्रेक का ओवरव्यू
केदारकांठा ट्रेक भारत के उत्तराखंड राज्य के पश्चिमी क्षेत्र में सर्दियों में सबसे ज्यादा पसंद किये जाने वाला ट्रेक है। यह ट्रेक ट्रेकिंग के शौकीनों, अनुभवी और प्रारंभिक ट्रेकर्स दोनों के लिए एक आदर्श ट्रेक है। इस ट्रेक के दौरान आपको 6400 फीट की ऊंचाई से शुरू करके 12500 फीट तक की ऊंचाई तक करना होगा, जिसमे आपको 6 दिनों में लगभग 20 किलोमीटर की दूरी तय करनी होगी।
केदारकांठा ट्रेक करने का सबसे अच्छा समय सर्दियों का है, इस समय में आप शांत देवदार के जंगलों, अनोखे पहाड़ी गांवों और बर्फ से लदे रास्तों के माध्यम से एक यादगार और सुकून भरी यात्रा का आनंद ले सकते हैं। अपनी सुलभता और आसपास की चोटियों के आश्चर्यजनक शिखर दृश्यों के लिए जाना जाने वाला केदारकांठा ट्रेक, नए ट्रेकर्स के लिए एक आदर्श ट्रेकिंग डेस्टिनेशन है।
केदारकांठा ट्रेक की मुख्य विशेषताएं
- यह ट्रेक 6400 फीट से शुरू होकर 12500 फीट केदारकांठा शिखर तक जाता है।
- इस ट्रेक को 15 साल से लेकर 65 साल उम्र तक के लोग कर सकते हैं।
- इस पूरे ट्रेक को करने में आपको कम-से-कम 6 दिन का समय लगेगा। जहाँ आपका पहला दिन देहरादून से बेस कैंप सांकरी तक पहुंचने से शुरू हो जायेगा और लास्ट दिन बेस कैंप सांकरी से देहरादून पर पहुंच कर खत्म हो जायेगा।
- यह ट्रेक सांकरी विलेज से शुरू होता है जहाँ आप पहाड़ी जीवन को अनुभव और महसूस कर सकते हैं।
- केदारकांठा ट्रेक अपने व्यापक मनोरम दृश्यों के लिए जाना जाता है, विशेष रूप से केदारकांठा शिखर से दिखने वाले हिमालयी रेंज के पहाड़ का 360-डिग्री व्यू जैसे- स्वर्गारोहिणी, बन्दरपूँछ, और ब्लैक पीक आदि।
- यह ट्रेक सांकरी विलेज से शुरू होकर खूबसूरत जंगल, पहाड़ी रास्तो और कुछ खूबसूरत गांव से होकर जाता है। जहाँ आपको प्रकृति, मौसम और वहां की जीवन शैली को पास से देखने और अनुभव करने का मौखा मिलता है।
केदारकांठा ट्रेक क्यों चुनें?
बेस्ट विंटर ट्रेक
इस ट्रेक को “सर्दियों की रानी” कहा जाता है, क्योंकि यह ट्रेक सर्दियों में किये जाने वाला सबसे खूबसूरत और रोमांचकारी ट्रेक है। यह ट्रेक साल में सिर्फ मानसून के समय ही बंद रहता है बाकि पूरी साल यह ट्रेक खुला रहता है जो इस ट्रेक की एक अनूठी विशेषता है। सर्दियों में केदारकांठा की चोटी से दिखने वाले चारो ओर के व्यापक दृश्य हर किसी के लिए आकर्षक का केंद्र होते हैं, जो सभी तरह के ट्रेकर्स (प्रारंभिक और अनुभवी ट्रेकर्स) के लिए सबसे ज्यादा आकर्षित करते हैं।
ट्रेकिंग के लिए सबसे अच्छा समय
केदारकांठा ट्रेक साल भर खुला रहता है, लेकिन इस ट्रेक को करने का जो सबसे अच्छा समय माना जाता है वो नवंबर से मार्च के बीच का है। यह समय केदारकांठा के शिखर पर चढ़ने और वहां के परिदृश्यों को देखने का सबसे अच्छा समय होता है। सर्दियों में इस ट्रेक के बर्फीले रास्ते और सफ़ेद बर्फ से ढके पहाड़ो की खूबसूरती केदारकांठा को एक रोमांचकारी ट्रेकिंग स्थल बना देते हैं। नीचे हम महीनो के हिसाब से इस ट्रेक की खूबसूरती को बता रहे हैं…
- विंटर-(नवंबर से फरवरी)- केदारकांठा ट्रेक करने का यह सीजन सबसे बेस्ट होता है और अधिकतर ट्रेकर्स इस ट्रेक को इसी समय करना पसंद करते हैं। इन महीनो में पड़ने वाली बर्फ इस ट्रेक के रास्तो को सफ़ेद बर्फ से ढक देती है, और इसके साथ ही इसके चारो ओर के पहाड़ भी सफ़ेद बर्फ की चादर से ढक जाते हैं जो इस ट्रेक को इस मौसम में बहुत रोमांचकारी और खूबसूरत बना देते हैं। इस मौसम में केदारकांठ का मौसम दिन में 12 डिग्री से -10 डिग्री C तक होता है।
- स्प्रिंग-(मार्च से अप्रैल)- यदि आप किसी वजह से विंटर के मुख्य महीनो में इस ट्रेक को नहीं कर पाते हैं तो आप स्प्रिंग सीजन (हल्की गर्मी और हल्की ठण्ड का मौसम) में इस ट्रेक को कर सकते हैं। इन महीनो में भी आपको केदारकांठा में बहुत बर्फ देखने के लिए मिल जाएगी इसके अलावा इस मौसम में आपको शिखर समिट भी बहुत खूबसूरत नज़र आएगा।
- समर-(मई से जुलाई)- यह सीजन केदारकांठा ट्रेक के लिए बेस्ट सीजन नहीं माना जाता है, क्योंकि इस सीजन में ना ही आपको बर्फ देखने को मिलेगी और इसके साथ आपको काफी गर्मी का एहसास भी होगा।
- मानसून-(अगस्त से अक्टूबर)- यह सीजन उत्तराखंड के किसी भी ट्रेक के लिए सही नहीं होता है, क्योंकि इन महीनो में अत्यधिक बारिश होती है जिससे भूस्खलन और रास्ता बंद होने का डर हमेशा बना रहता है, इसलिए इस समय केदारकांठा ट्रेक करने से बचना चाहिए।
कठिनाई का स्तर
केदारकांठा ट्रेक को मध्यम से आसान ट्रेक में रखा गया है, जो शुरुआती और बुनियादी फिटनेस वाले लोगों के लिए उपयुक्त ट्रेक है। 15 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति ट्रेक शुरू कर सकते हैं, हालांकि आपकी एक अच्छी बुनियादी फिटनेस का होना बहुत जरुरी है, विशेष रूप से सर्दियों के मौसम के लिए जब बर्फ से ढके रास्तो पर कड़ाके की ठण्ड में आपको ट्रेकिंग करनी होगी। इस ट्रेक में आप 6400 फीट की ऊंचाई से शुरू करके समिट शिखर 12500 फीट की ऊंचाई तक जाते हैं।
केदारकांठा बेस कैंप तक कैसे पहुंचे?
केदारकांठा ट्रेक उत्तरकाशी जिले में स्थित एक छोटे से गाँव सांकरी से शुरू होता है। सांकरी तक पहुंचने के लिए आपको सबसे पहले देहरादून पहुंचना होगा और फिर वहां से यदि आपने पैकेज बुक किया है तो ट्रेवलर्स से और यदि आप अकेले खुद इस ट्रेक को कर रहे हैं तो आप सरकारी बस की सहायता से सांकरी बेस कैंप तक पहुंच सकते हैं।
हवाईमार्ग द्वारा कैसे पहुंचे?
सांकरी के सबसे निकटम एयरपोर्ट जॉली ग्रांट एयरपोर्ट है, जो देहरादून में स्थित है। आप अपने शहर से देहरादून तक की दूरी फ्लाइट द्वारा तक कर सकते हैं और उसके बाद बेस कैंप सांकरी तक की दूरी आपको सड़कमार्ग द्वारा पूरी करनी होगी।
रेलमार्ग द्वारा कैसे पहुंचे?
सांकरी में कोई भी रेलवे स्टेशन नहीं है, इसका सबसे निकटम रेलवे स्टेशन देहरादून रेलवे स्टेशन है। यहाँ से बेस कैंप तक की बाकि की दूरी आप सड़कमार्ग द्वारा पूरी कर सकते हैं।
सड़कमार्ग द्वारा कैसे पहुंचे?
सांकरी तक पहुंचने का सबसे अच्छा और खूबसूरत तरीका सड़कमार्ग है। यदि आप दिल्ली से आ रहे हैं तो आप दिल्ली ISBT से सीधे देहरादून की बस ले सकते हैं जिसमे आपको प्राइवेट और सरकारी दोनों तरह की बस मिल जाएँगी। उसके बाद आप टेम्पो ट्रैवेलर या फिर सरकारी बस की सहायता से सांकरी बेस कैंप तक पहुंच सकते हैं।
यात्रा के लिए आवश्यक वस्तुओं की पैकिंग
केदारकांठा ट्रेक करने के लिए आप निम्न वस्तुओ को पैक कर सकते हैं:-
- कपडे:- ऊन जैकेट, थर्मल इनरवेअर, दस्ताने, विंटर कैप, वाटरप्रूफ ग्लव्स, वाटरप्रूफ जैकेट & पैन्ट्स, स्नो जैकेट, एक बोतल, एक अच्छे ट्रेकिंग शूज, स्वेटर, ट्रेक पैन्ट्स, एक बीनी और कुछ जोड़ी मोज़े।
- दवाई:- प्राथमिक चिकित्सा किट।
- टॉयलेटरीज प्रोडक्ट:- सनस्क्रीन, मॉइस्चरीज़र, लिप बाम, टॉयलेट पेपर, टूथब्रश, टूथपेस्ट, प्रसाधन सामग्री आदि।
- अन्य- कुछ हल्के स्नैक्स, मिक्स ड्राई फ्रूट्स, एक वाटर बोतल, पावर बैंक (मोबाइल चार्जर), आरामदायक बैकपैक, हेडलैंप आदि।
केदारकांठा ट्रेक के प्रत्येक दिन का ब्रेकडाउन
दिन 1: देहरादून से सांकरी बेस कैंप (200 किलोमीटर / 6-7 घंटे)
आपकी ट्रिप की शुरुआत देहरादून से शुरू होगी जहाँ से आपको बेस कैंप सांकरी तक पहुंचना होगा। यदि आप किसी पैकेज की सहायता से इस ट्रेक को कर रहे हैं तो आप उनके टेम्पो ट्रवेलेर से या फिर सरकारी बस की सहायता से सांकरी तक पहुंचेंगे। देहरादून से सांकरी तक की दूरी लगभग 200 किलोमीटर की है जिसे पूरा करने में आपको कम-से-कम 6 से 7 घंटे का समय लगेगा। देहरादून से सांकरी के लिए सफर सुबह 6 बजे शुरू हो जायेगा जो शाम में सांकरी में आकर समाप्त होगा।

दिन 2: सांकरी से जुड़ा का तालाब (लगभग 5 किलोमीटर / 4-5 घंटे)
आज ट्रिप के दूसरे दिन से आपका ट्रेक शुरू होगा, जो सांकरी बेस कैंप से जुड़ा का तालाब कैंप पर जाकर समाप्त होगा। आज के ट्रेक में आपको लगभग 4 से 5 किलोमीटर की दूरी तय करनी होगी जिसे तय करने में आपको कम-से-कम 4 से 5 घण्टे का समय लगेगा। सांकरी से जुड़ा का तालाब कैंप तक का रास्ता बहुत ही सुन्दर है जो देवदार के जंगलों से होकर जुड़ा का तालाब की ओर ले जाता है। जुड़ा का तालाब, घने पेड़ों और पहाड़ों के दृश्यों से घिरी एक उच्च ऊंचाई वाली झील है। जो सफ़ेद बर्फ से ढके पहाड़ो के बीचो-बीच स्थित है। आज का दिन आपका जुड़ा का तालाब कैंप पर ही समाप्त होगा।
दिन 3: जुड़ा का तालाब से केदारकांठा बेस कैंप (4 किलोमीटर / 3 से 4 घंटे)
ट्रेक के तीसरे दिन आपको सिर्फ 4 किलोमीटर की दूरी तय करनी होगी जिसमे आपको जुड़ा का तालाब कैंप से केदारकांठा बेस कैंप तक का ट्रेक करना होगा। जो सिर्फ 4 किलोमीटर का है जिसे पूरा करने में आपको सिर्फ 3 से 4 घंटे का समय लगेगा। आज आप बेस कैंप 2 से 3 बजे के बीच पहुंच जायेंगे, जिससे आप अपने कैंप में आराम कर सकें क्योंकि ट्रेक के चौथे दिन आपको केदारकांठा समिट के लिए ट्रेक करना होगा जो रात के 2 बजे से शुरू होगा।
दिन 4: केदारकांठा बेस कैंप से केदारकांठा चोटी और वापस हरगांव कैंप (8 से 9 किलोमीटर/ 6 से 7 घंटे)
आज का दिन पूरे ट्रेक के दिनों का सबसे महत्वपूर्ण दिन होगा। आज के दिन आप केदारकांठा शिखर पर समिट देखने के लिए एक चुनौतीपूर्ण ट्रेक करेंगे। आज का ट्रेक इसलिए सबसे ज्यादा चुनौती पूर्ण होगा क्योंकि आज आपको रात में 2 बजे से ट्रेक शुरू करना होगा और वो भी लगभग 7 से 8 किलोमीटर का, जिसमे आपको बर्फ से ढके रास्तो पर चलना होगा।
आप ट्रेक 2 बजे शुरू करके सुबह 6 से 7 बजे तक शिखर पर पहुंच जायेंगे और उसके बाद समिट देखने के बाद आप वापस बेस कैंप होते हुए हरगांव कैंप के और वापसी कर देंगे। आज का दिन आपका सबसे खूबसूरत दिन होगा और आज के दिन को आप हरगांव कैंप में अलविदा कहेंगे।
दिन 5: हरगांव शिविर से सांकरी (6 किलोमीटर / 4 घंटे)
आज आपका ट्रेक का पांचवा दिन होगा जिसमे आप हरगांव कैंप से सांकरी बेस कैंप की ओर वापसी करेंगे। आज आपको 6 किलोमीटर का ट्रेक करना होगा जिसमे आपको 4 से 5 घंटे का समय लगेगा। यदि आप बेस कैंप तक जल्दी आ जाते हैं तो आप सांकरी विलेज में घूम सकते हैं और कुछ उसके आस पास के खूबसूरत अट्रैक्शन को देख सकते हैं।
दिन 6: सांकरी से देहरादून (200 किलोमीटर / 7-8 घंटे)
आज आप सांकरी बेस कैंप से देहरादून की ओर वापसी करेंगे। जिसमे आपको 200 किलोमीटर की दूरी तय करनी होगी।
ट्रेक हाईलाइट
ट्रेक के बीच में कुछ बहुत ही खूबसूरत पॉइंट हैं जिन्हे आपको जरूर देखना चाहिए जैसे- जुड़ा का तालाब, जो अपने प्रतिबिंबीत जल के लिए जाना जाता है, और केदारकांठा बेस कैंप, जो आसपास की चोटियों के स्पष्ट दृश्य पेश करता है। केदारकांठा शिखर, निश्चित रूप से मनोरम हिमालयी दृश्यों को प्रदर्शित करता है।
ट्रेक फिटनेस
इस ट्रेक को करने से कुछ दिन पहले ही ट्रेक की तैयारी शुरू कर दें। इस ट्रेक में आपकी शारीरिक और मानसिक दोनों क्षमताओं की परीक्षा होगी, जिसमे सबसे ज्यादा आपके पैरो की ताकत की परीक्षा होगी, इसलिए आप रोज जॉगिंग, स्क्वैट्स और सीढ़ी चढ़ना जैसे व्यायाम कर सकते हैं, जो आपकी सहनशक्ति में सुधार करने और आपको ट्रेक के लिए तैयार करने में मदद करेगी।
ऊंचाई अनुकूलन (Acclimatization Tips) टिप्स
इस ट्रेक के दौरान आपको काफी चढ़ाई का सामना करना होगा, जिससे आपको साँस लेने में या फिर उस ऊंचाई पर अपने आपको ढलने में कुछ दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए आप धीरे-धीरे उस ऊंचाई पर अपने आप को उस वातावरण में ढालें। अच्छी तरह से हाइड्रेट रहें, शराब से बचें, और धीरे-धीरे चढ़ें, खासकर अगर यह आपका पहला ट्रेक हो।
आवश्यक सुरक्षा उपाय
ऊंचाई की बीमारी (Acclimatization) से बचने के लिए हाइड्रेटेड रहें। आरामदायक गति से ट्रेकिंग करें और अपने गाइड को सुनें। प्रारंभिक ट्रेकर्स हमेशा किसी समूह के साथ ही ट्रेक करें।
ट्रेक परमिट
केदारकांठा क्षेत्र में ट्रेकिंग के लिए आपको सांकरी फारेस्ट ऑफिस से अनुमति की आवश्यकता होती है। यदि आप किसी ट्रेकिंग एजेंसी या गाइड की सहायता से इस ट्रेक को करते हैं तो परमिट की व्यवस्था उनके पैकेज में शामिल होती है। लेकिन यदि आप सोलो इस ट्रेक को कर रहे हैं तो आप सांकरी फारेस्ट ऑफिस से इस ट्रेक का ट्रेक परमिट ले सकते हैं, इसके अलावा ट्रेक का परमिट मोरी, पुरोला,और नटवा में भी मिलता है।
FAQ
- Q.1 केदारकांठा ट्रेक करने का सबसे अच्छा समय?
- Ans. केदारकांठा ट्रेक करने का सबसे अच्छा समय सर्दियों (नवंबर से फरवरी) के बीच का है। इस समय में आपको बर्फ से ढके पहाड़ो और एक खूबसूरत समिट देखने को मिलेगा।
- Q.2 क्या केदारकंठा शुरुआती लोगों के लिए उपयुक्त है?
- Ans. हां, यह शुरुआती लोगों के अनुकूल है, हालांकि शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होना बहुत जरुरी है।
- Q.3 केदारकांठा में किस तरह के भोजन और आवास उपलब्ध हैं?
- Ans. आपको इस ट्रेक में अस्थाई कैंप में रहना होगा। यहाँ सिर्फ बेस कैंप सांकरी में गेस्ट हाउस में रहने की सुविधा मौजूद है। यहाँ खाने में चावल, दाल और सब्जियों जैसा तरल, गर्म भोजन मिलेगा।
- Q.4 क्या केदारकांठा ट्रेक में शौचालय की व्यवस्था उपलब्ध है?
- Ans. आपको यहाँ पर सिर्फ सांकरी बेस कैंप में स्थाई शौचालय की व्यवस्था मिलेगी, इसके अलावा आपको आगे ट्रेक पर कहीं भी शौचालय बने हुए नहीं मिलेंगे। यदि आप किसी ट्रेकिंग कंपनी कि सहायता से इस ट्रेक को करते हैं तो वो कुछ अस्थाई शौचालय बनाते हैं जिन्हे आपको यूज़ करना होगा।
- Q.5 शीतकालीन ट्रेक के लिए क्या पैक करना चाहिए?
- Ans. इन्सुलेटेड कपड़े, दस्ताने, थर्मल परतें, जलरोधक जूते और ट्रेकिंग खंभे।
- Q.6 क्या केदारकांठा ट्रेक में नेटवर्क और लाइट उपलब्ध है?
- Ans. यहाँ आपको सांकरी बेस कैंप तक ही नेटवर्क और लाइट की सुविधा मिलेगी। इसके अलावा आगे ट्रेक में कोई भी लाइट या नेटवर्क उपलब्ध नहीं है।
- Q.7 केदारकांठा ट्रेक का पैकेज?
- Ans. केदारकांठा ट्रेक का पैकेज 5000 से 15000 रुपये के बीच में मिल जायेगा। यह आप पर निर्भर करता है कि आप किस तरह के पैकेज को चुनते हैं। नीचे हम कुछ ट्रेकिंग एजेंसीज के नाम बता रहे हैं जिनसे आप ऑनलाइन संपर्क कर सकते हैं…
indiahikes
trekthehimalayas
trekupindia
himalaya shelter
himalayan hikers - Q.8 क्या हम केदारकांठा ट्रेक सोलो कर सकते हैं?
- Ans. हाँ ! आप केदारकांठा ट्रेक को सोलो कर सकते हैं, लेकिन आपको सोलो ट्रेक करने के लिए परमिट और ट्रेक की काफी तैयारी करनी होगी।
- Q.9 केदारकांठा ट्रेक कितना कठिन है?
- Ans. केदारकांठा ट्रेक आसान से मध्यम ट्रेक की श्रेणी में आता है। इसे आप आराम से अपनी गति के अनुसार कर सकते हैं।
- Q.10 केदारकांठा ट्रेक की हाइट और डिस्टेंस कितनी है?
- Ans. इस ट्रेक की हाइट 12500 फ़ीट है और इस ट्रेक की कुल दूरी 20 किलोमीटर है।
- Q.11 केदारकांठा ट्रेक की कुल लागत कितनी होगी?
- Ans. इस ट्रेक को करने के लिए आपको कम से कम 6000 से 10000 रुपये की आवश्यकता होगी।
- Q.12 केदारकांठा ट्रेक करने के लिए कितने दिन चाहिए होंगे?
- Ans. केदारकांठा ट्रेक करने के लिए 6 से 7 दिन की आवश्यकता होगी।
- Q.13 दिल्ली से केदारकांठा कैसे पहुंचे?
- Ans. दिल्ली से आप सीधे देहरादून के लिए बस, ट्रैन या फ्लाइट ले सकते हैं, उसके बाद आप देहरादून से सरकारी बस या प्राइवेट टेम्पो ट्रेवलर की सहायता से केदारकांठा बेस कैंप सांकरी तक पहुंच सकते हैं।