सर पास ट्रेक 2025 | ट्रेक उपकरण, बेस्ट टाइम, रूट, हाइट, नेटवर्क और ट्रेक कैसे करे आदि की जानकारी

हिमांचल प्रदेश में बहुत से ऐसे ट्रेक्स हैं, जो प्रकृति के पास, शांत और खूबसूरत वातावरण का अनुभव प्रदान करते हैं। ऐसा ही एक ट्रेक हिमांचल प्रदेश के कसोल से शुरू होता है जो हिमांचल की खूबसूरत वादियों के पास लेकर जाता है और पहाड़ो की मुश्किलों भरी लेकिन खूबसूरत ज़िन्दगी का अनुभव देता है। हम बात कर रहे हैं, कसोल से शुरू होने वाले “सर पास ट्रेक” की, जो आपको 13600 फीट तक की ऊंचाई पर ले जाता है। आप इस ट्रेक को सोलो और किसी ट्रेवल कंपनी के पैकेज की सहायता से कर सकते हैं।

इस ब्लॉग में हम सर पास ट्रेक से सम्बंधित सभी जानकारियों को आपके साथ साझा करेंगे जैसे- आप कैसे इस ट्रेक को कर सकते हैं? ट्रेक का रूट, ट्रेक कितना लम्बा है? आप कसोल कैसे पहुंच सकते हैं? ट्रेक करने का बेस्ट टाइम, ट्रेक की हाइट, नेटवर्क और ट्रेक का पैकेज आदि। तो ब्लॉग को अंत तक जरूर पढ़े…

सर पास ट्रेक कहाँ है?

यह ट्रेक हिमांचल प्रदेश के कसोल से शुरू होता है, जो पार्वती घाटी के पास लेकर जाता है। इस ट्रेक का शुरुआती बिंदु कसोल है, जहाँ से ग्रहन गांव के शुरुआती बिंदु तक आप ड्राइव करके और फिर वहां से आपको सर पास समिट तक 33 किलोमीटर का मध्यम श्रेणी का लेकिन खूबसूरत ट्रेक करना होगा।

सर पास ट्रेक ओवरव्यू

सर पास ट्रेक हिमांचल प्रदेश के कसोल से शुरू होता है। इस ट्रेक में आपको 5 दिनों के अंदर 33 किलोमीटर का ट्रेक कम्पलीट करना होगा। इस ट्रेक के दौरान आपको कसोल से 1700 मीटर की ऊंचाई शुरू करके सर पास समिट तक 4200 मीटर की ऊंचाई तय करनी होगी।

यदि इस ट्रेक की कठनाई की बात की जाये तो इस ट्रेक को मध्यम श्रेणी में रखा गया है और इस ट्रेक को आप किसी ट्रेकिंग कंपनी की सहायता से या फिर यदि आप अनुभवी ट्रेकर हैं तो आप अकेले भी इस ट्रेक को कर सकते हैं। इस ट्रेक का शुरुआती बिन्दु कसोल है तो आपको इस ट्रेक को तय करने के लिए सबसे पहले कसोल पहुंचना होगा और फिर वहां से इस खूबसूरत ट्रेक को शुरू करना होगा।

सर पास ट्रेक कैसे करें?

यदि आप एक अनुभवी ट्रेकर हैं तो आप इस ट्रेक को सोलो (दो से तीन के ग्रुप में) भी कर सकते हैं लेकिन यदि यह आपका पहला ट्रेक है तो आपको इस ट्रेक को किसी ट्रेकिंग कंपनी की सहायता से करना चाहिए। यदि आप इस ट्रेक को सोलो करते हैं तो आपको ट्रेक के लिए बहुत सी तैयारी करनी होगी जैसे- टेंट, खाना, परमिट, रूट, आदि।

अगर आप ट्रेकिंग कंपनी की सहायता से इस ट्रेक को करते हैं तो आपको इनमें से किसी भी चीज की तैयारी करने की कोई आवश्यकता नहीं होगी, ये सभी ट्रेकिंग कंपनी की जिम्मेदारी होगी। तो प्रारंभिक ट्रेकर्स के लिए पैकेज ही सबसे अच्छा विकल्प होता है।

सर पास ट्रेक का रूट/ यात्रा कार्यक्रम

यह ट्रेक कसोल से शुरू होता है और पांचवे दिन बुरशैनी में जाकर समाप्त होता है। इन पांच दिनों में आपको 33 किलोमीटर की दूरी तय करनी होगी, जिसमें आपको हर रोज औसतन लगभग 6 किलोमीटर का ट्रेक करना होगा। इन पांच दिनों में आपका रूट क्या होगा और आपको कितने किलोमीटर का ट्रेक करना होगा और कितनी ऊंचाई तय करनी होगी इन सभी चीजों को हम नीचे बता रहे हैं…

दिन- 01 कसोल से ग्रहन गांव

  • दूरी:- 10 किलोमीटर (8 किलोमीटर ड्राइव/ 2 किलोमीटर ट्रेक)
  • ऊंचाई:- 5577 फीट से 9020 फीट
  • समय:- 4 से 5 घंटे

दिन- 02 ग्रहन गांव से मिन थाच

  • ट्रेक:- 8 किलोमीटर
  • ऊंचाई:- 7710 फीट से 11150 फीट
  • समय:- 6 से 7 घंटे

दिन- 03 मिन थाच से नागारु

  • ट्रेक:- 5 किलोमीटर
  • ऊंचाई:- 11150 फीट से 12470 फीट
  • समय:- 4 से 5 घंटे

दिन- 04 नागारु से सर पास समिट से बिस्केरी थाच

  • ट्रेक:- 12 किलोमीटर
  • ऊंचाई:- 12470 फीट से 13600 फीट से 10660 फीट तक
  • समय:- 6 से 8 घंटे

दिन- 05 बिस्केरी थाच से बुरशैनी से कसोल वापस

  • दूरी:- 21 किलोमीटर (6 किलोमीटर ट्रेक/ 15 किलोमीटर ड्राइव)
  • ऊंचाई:- 10660 फीट से 7870 फीट से 5770 फीट
  • समय:- 4 से 5 घंटे (ट्रेक) 1 घंटा (ड्राइव)

सर पास ट्रेक पैकेज

इस ट्रेक को करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप किसी ट्रेकिंग कंपनी की सहायता से ही इस ट्रेक को करें। यदि सर पास ट्रेक के पैकेज की बात करें तो अलग-अलग कंपनियां अलग-अलग मीडियम के हिसाब से ट्रेक का चार्ज करती हैं। औसतन इस ट्रेक के पैकेज का चार्ज 5500 से लेकर 15000 रुपये तक हो सकता है, जिसमें वो आपको बहुत सी सुविधाएँ उपलब्ध कराती हैं।

ट्रेक पैकेज में आपको तीनो समय का खाना, कैंप साइट पर रुकना, एक ग्रुप गाइड, ट्रेकिंग उपकरण आदि सुविधाएँ मिल जाती हैं। इस ट्रेक को आप ऑनलाइन बुक कर सकते हैं, जिसमें trekthehimalayan, indiahikes, trekupindia, और himtrek आदि जैसी ट्रेकिंग कंपनियां शामिल हैं।

सर पास ट्रेक करने का सबसे अच्छा समय

यदि इस ट्रेक को करने के सबसे अच्छे समय की बात करें तो वो अप्रैल से मई और अक्टूबर से नवंबर के बीच का होता है। सबसे अधिक ट्रेकर्स इन महीनो में ही सर पास ट्रेक करना पसंद करते हैं। नवंबर के बाद अधिक ठण्ड पड़ने पर यहाँ बहुत अधिक बर्फवारी होती हैं, जिस वजह से यहाँ ट्रेक करना मुश्किल हो जाता है और जून से यहाँ बारिश होने लगती है, जो इस ट्रेक को जून से अगस्त के बीच में काफी मुश्किलों भरा बना देती है।

सर पास ट्रेक में शौचालय

इस ट्रेक के दौरान आपको सिर्फ ग्रहन गांव तक ही स्थाई शौचालय की सुविधा मिलेगी उसके आगे कहीं पर भी किसी तरह के स्थाई शौचालय नहीं बने हुए हैं। ट्रेकिंग कंपनी कुछ अस्थाई शौचालय बनाती हैं, जिसका आपको उपयोग करना होता है।

क्या सर पास ट्रेक के दौरान नेटवर्क उपलब्ध है?

इस ट्रेक के दौरान आपको ग्रहन गांव तक ही सही तरह से नेटवर्क सुविधा मिलेगी। इसके आगे आपको कहीं पर भी सही तरह से नेटवर्क की सुविधा नहीं मिलेगी। लेकिन आपको बीच-बीच में कहीं-कहीं पर जिओ के नेटवर्क मिल जायेंगे।

सर पास ट्रेक के लिए क्या-क्या पैक करें?

इस ट्रेक के लिए आप एक बैगपैक लगभग 50 से 60 लीटर का, 3 जोड़ी मोज़े, ट्रेकिंग शूज, 3 ट्रेकिंग पैंट, कॉलर वाली टी-शर्ट, पूरी आस्तीन वाले ऊनी कपड़े, स्नो जैकेट, थर्मल इनरवेअर, रैनकोट, सनकैप, धुप का चश्मा, टॉयलेट पेपर, हेडलैंप (विकल्प के तौर पर), टॉर्च, फंगल पॉवडर आदि।

सर पास कैसे पहुंचे?

सर पास ट्रेक करने के लिए आपको सबसे पहले कसोल पहुंचना होगा। आप दिल्ली और चंडीगढ़ जैसे शहरों से बस द्वारा कसोल तक पहुंच सकते हैं। यदि आपको कसोल के लिए सीधे बस नहीं मिल रही है तो आप पहले कुल्लू आ सकते हैं और फिर वहां से प्राइवेट टैक्सी द्वारा कसोल तक पहुंच सकते हैं।

इसके अलावा आप ट्रेन का विकल्प भी चुन सकते हैं लेकिन इस विकल्प में आप सिर्फ पठानकोट तक ही जा सकते हैं और उसके आगे की दूरी आपको प्राइवेट टैक्सी या फिर बस द्वारा पूरी करनी होगी। यदि आपके पास बजट की कोई कमी नहीं है तो आप फ्लाइट का विकल्प भी चुन सकते हैं। कसोल के सबसे नजदीक एयरपोर्ट भुंतर एयरपोर्ट है, जो कुल्लू में स्थित है। एयरपोर्ट से कसोल की बाकि दूरी आपको सड़कमार्ग द्वारा प्राइवेट टैक्सी या बस द्वारा पूरी करनी होगी।

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